लंदन: इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन ने कहा है कि इंग्लैंड टीम में खिलाड़ियों के अलग-अलग जगहों सेे आकर टीम का हिस्सा बनने के बावजूद सभी एक दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि नस्लवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी की भूमिका है.
बता दें कि अमेरिका में पुलिस हिरासत में मारे गए अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद नस्लवाद के खिलाफ चारो ओर व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
31 वर्षीय जॉर्डन ने कहा कि तेज गेंदबाज जोफरा आर्चर, स्पिनर आदिल राशिद और आल राउंडर मोइन अली जैसे खिलाड़ियों का टीम में होना, खेलों में सामाजिक विविधता का उदाहरण है. उन्होंने कहा, " टीम के दृष्टिकोण से देखें तो फिर यही है कि आप जो देखते हैं वही आपको मिलता है. ये बहुत ही विविध है और मोरी (कप्तान इयोन मोर्गन) के नेतृत्व में टीम वास्तव में बहुत अच्छी है."जॉर्डन ने कहा, " हम इस तथ्य को मानते हैं कि हर कोई अलग-अलग जगह से आया है. हम इस बात को मानते हैं कि सभी के पास अलग-अलग मूल्य हैं और हम वास्तव में एकजुट होकर एक टीम के रूप में खेलते हैं."इंग्लैंड की 55 सदस्यीय अभ्यास दल का हिस्सा जॉर्डन ने कहा, "हम एक दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं और यही चीज मैदान पर अच्छा करने के लिए प्रेरित करती है. सबसे महत्वपूर्ण यह है कि मैं मानता हूं कि ये वास्तविक है."इंग्लैंड को अगले महीने से वेस्टइंडीज के साथ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. कोविड-19 के कारण मार्च के मध्य से क्रिकेट बंद है और इस महामारी के बीच यह पहली सीरीज होगी.