दुबई : रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली कैपिटल्स के मैच में अंपायर नितिन मेनन ने शॉर्ट रन का गलत फैसला सुना पर खुद को विवादों से घेर लिया है. अब आईपीएल के गवर्निंग काउंसिल के एक अधिकारी ने कहा है कि पंजाब टीम के पास ये अधिकार है कि वे अपने कप्तान और टीम मैनेजर के जरिए इस गलती की शिकायत कर सकते हैं, इसके बाद इस मसले पर चर्चा होगी और फैसला लिया जाएगा.
अधिकारी ने कहा, "तरीका ये है कि टीम अपने कप्तान और मैनेजर के जरिए रिपोर्ट कर सकती है. फिर हम बतौर गवर्निंग काउंसिल इसका आंकलन करेंगे. मैच रेफरी भी अपनी रिपोर्ट पेश करेगा."
जब मीडिया ने उनसे पूछा कि बीते पांच सालों में कितनी बार ऐसा हुआ है तो उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए और इसे रोकना होगा और टेकनॉलोजी का जितना हो सके उतने सही तरीके से इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, "अंपायर को हमेशा निष्पक्ष होना चाहिए. ऐसी गलतियां अंपायरिंग के स्तर के लिए अच्छी नहीं हैं. अगर इसे बदला जाता तो भी मैच का क्या होता, पता नहीं."
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दूसरा मैच दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच हुआ जो ड्रॉ होने के बाद सुपर ओवर में चला गया. सुपर ओवर में भी पंजाब ने पहले बल्लेबाजी की और केवल दो रन बनाए और फिर दिल्ली ने तीन रन बना कर मैच जीत लिया. हालांकि इस रोमांचक मैच के बीच एक बड़ा विवाद भी खड़ा हो गया. किंग्स इलेवन पंजाब के 19वें ओवर में मयंक अग्रवाल और क्रिस जॉर्डन क्रीज पर थे, ऐसे में जब अंपायर ने शॉर्ट रन का गलत फैसला सुनाया तब पंजाब की सह मालकिन प्रीति जिंटा ने भी बयान दिए थे और इस फैसले की आलोचना की थी.