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चंद मिनटों में युवराज की पूरी कहानी, देखिए वीडियो - क्रिकेट विश्वकप 2019

सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों में शुमार युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है. आईए युवराज के क्रिकेट करियर पर डाले एक नजर

yUVRAJ SINGH
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Published : Jun 10, 2019, 5:08 PM IST

Updated : Jun 10, 2019, 6:08 PM IST

मुंबई : युवराज ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ये उनके लिए काफी भावनात्मक पल है और उनका करियर एक रोलर-कोस्टर की तरह रहा है. युवराज ने कहा कि वो काफी समय से रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे थे और अब उनका प्लान आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त टी-20 टूर्नामेंट्स में खेलने का है.

युवराज की पूरी कहानी

2000 में खेला पहला वनडे

युवराज सिंह
युवराज सिंह

युवराज ने अपना अंतिम टेस्ट साल 2012 में खेला था. सीमित ओवरों के क्रिकेट में वो अंतिम बार 2017 में दिखे थे. युवराज ने साल 2000 में पहला वनडे, 2003 में पहला टेस्ट और 2007 में पहला टी-20 मैच खेला था.

युवराज सिंह के क्रिकेट करियर पर एक नजर

चंडीगढ़ में साल 1981 में जन्में युवराज ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी-20 मैच खेले. टेस्ट में युवराज ने 3 शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1900 रन बनाए जबकि वनडे में उन्होंने 14 शतकों और 52 अर्धशतकों की मदद से 8701 रन जुटाए.

युवराज सिंह
युवराज सिंह

इसी तरह टी-20 मैचों में युवराज ने कुल 1177 रन बनाए. इसमें 8 अर्धशतक शामिल हैं. युवराज ने टेस्ट मैचों में 9, वनडे में 111 और टी-20 मैचो में 28 विकेट भी लिए हैं. युवराज ने 2008 के बाद कुल 231 टी-20 मैच खेले हैं और 4857 रन बनाए हैं. उन्होंने टी-20 मैचों में 80 विकेट भी लिए हैं.

दूसरी बार जीता वर्ल्डकप

युवराज सिंह
युवराज सिंह विश्व कप 2011 की ट्रॉफी के साथ

भारत ने जब साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में दूसरी बार आईसीसी विश्वकप जीता था, तब युवराज एक लड़ाके के रूप में सामने आए थे. युवराज ने उस विश्व कप में 362 रन (एक शतक और चार अर्धशतक) बनाने के अलावा 15 विकेट भी हासिल किए थे और चार बार मैन ऑफ द मैच के अलावा प्लेअर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे.

एक अनोखा रिकार्ड बनाया

युवराज के लिए वो विश्वकप खास था क्योंकि जब भारत ने पहली बार विश्वकप जीता था, तब उनका जन्म भी नहीं हुआ था और जब वो विश्व चैम्पियन बने तो उन्होंने अपने नाम एक अनोखा रिकार्ड जोड़ लिया. युवराज पहले ऐसे ऑलराउंडर हैं, जिन्होंने किसी विश्वकप में 300 से अधिक रन बनाने के अलावा 15 विकेट भी हासिल किए हों.

विश्व कप के बाद युवराज कैंसर से पीड़ित बताए गए और फिर अमेरिका में उनका लम्बे समय तक इलाज चला. कैंसर को हराने के बाद युवराज ने राष्ट्रीय टीम में वापसी की लेकिन इसके बाद उनकी जिंदगी पहले जैसी नहीं रही.

1 ओवर में 6 छक्के लगाए

युवराज सिंह
युवराज सिंह

युवराज उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने भारत के साथ दो विश्वकप जीते हैं. 2007 में भारत ने टी-20 विश्व कप जीता था, तब युवराज टीम के सदस्य थे और उस दौरान युवराज ने इंग्लैंड के गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के 1 ओवर में 6 छक्के लगाने का कारनामा किया था. उस मैच में युवराज ने 12 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया था, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आज भी एक मील का पत्थर बना हुआ है.

नेटवेस्ट ट्रॉफी फाइनल में खेली यादगार पारी

साल 2002 में इंग्लैंड में आयोजित नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में लॉर्ड्स स्टेडियम में युवराज ने 69 रनों की पारी खेलते हुए भारत को यादगार जीत दिलाई थी. युवराज ने ऐसे समय में मोहम्मद कैफ के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी की थी, जब भारत ने अपने टॉप आर्डर के बल्लेबाजों को सस्ते में खो दिया था. उस मैच में जीत के बाद भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने अपनी जर्सी उतारकर लार्ड्स की बालकनी से हवा में लहराई थी. यह भारतीय क्रिकेट के सबसे यादगार दृश्यों में से एक है. नेटवेस्ट ट्रॉफी में भारत की उस जीत ने भारतीय क्रिकेट की मनोदशा बदल दी थी और इसमें युवराज का एक बहुत बड़ा योगदान रहा है.

आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी

क्रिकेट में उनकी शानदार उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने साल 2012 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार दिया और फिर दो साल बाद देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक अलंकरण-पद्मश्री से नवाजा. 2014 में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने पंजाब के इस खिलाड़ी को 14 करोड़ रुपये में खरीदा था और इसके बाद 2015 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने युवराज को 16 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा था। इस तरह युवराज आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने थे.

मुंबई : युवराज ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ये उनके लिए काफी भावनात्मक पल है और उनका करियर एक रोलर-कोस्टर की तरह रहा है. युवराज ने कहा कि वो काफी समय से रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे थे और अब उनका प्लान आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त टी-20 टूर्नामेंट्स में खेलने का है.

युवराज की पूरी कहानी

2000 में खेला पहला वनडे

युवराज सिंह
युवराज सिंह

युवराज ने अपना अंतिम टेस्ट साल 2012 में खेला था. सीमित ओवरों के क्रिकेट में वो अंतिम बार 2017 में दिखे थे. युवराज ने साल 2000 में पहला वनडे, 2003 में पहला टेस्ट और 2007 में पहला टी-20 मैच खेला था.

युवराज सिंह के क्रिकेट करियर पर एक नजर

चंडीगढ़ में साल 1981 में जन्में युवराज ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी-20 मैच खेले. टेस्ट में युवराज ने 3 शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1900 रन बनाए जबकि वनडे में उन्होंने 14 शतकों और 52 अर्धशतकों की मदद से 8701 रन जुटाए.

युवराज सिंह
युवराज सिंह

इसी तरह टी-20 मैचों में युवराज ने कुल 1177 रन बनाए. इसमें 8 अर्धशतक शामिल हैं. युवराज ने टेस्ट मैचों में 9, वनडे में 111 और टी-20 मैचो में 28 विकेट भी लिए हैं. युवराज ने 2008 के बाद कुल 231 टी-20 मैच खेले हैं और 4857 रन बनाए हैं. उन्होंने टी-20 मैचों में 80 विकेट भी लिए हैं.

दूसरी बार जीता वर्ल्डकप

युवराज सिंह
युवराज सिंह विश्व कप 2011 की ट्रॉफी के साथ

भारत ने जब साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में दूसरी बार आईसीसी विश्वकप जीता था, तब युवराज एक लड़ाके के रूप में सामने आए थे. युवराज ने उस विश्व कप में 362 रन (एक शतक और चार अर्धशतक) बनाने के अलावा 15 विकेट भी हासिल किए थे और चार बार मैन ऑफ द मैच के अलावा प्लेअर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे.

एक अनोखा रिकार्ड बनाया

युवराज के लिए वो विश्वकप खास था क्योंकि जब भारत ने पहली बार विश्वकप जीता था, तब उनका जन्म भी नहीं हुआ था और जब वो विश्व चैम्पियन बने तो उन्होंने अपने नाम एक अनोखा रिकार्ड जोड़ लिया. युवराज पहले ऐसे ऑलराउंडर हैं, जिन्होंने किसी विश्वकप में 300 से अधिक रन बनाने के अलावा 15 विकेट भी हासिल किए हों.

विश्व कप के बाद युवराज कैंसर से पीड़ित बताए गए और फिर अमेरिका में उनका लम्बे समय तक इलाज चला. कैंसर को हराने के बाद युवराज ने राष्ट्रीय टीम में वापसी की लेकिन इसके बाद उनकी जिंदगी पहले जैसी नहीं रही.

1 ओवर में 6 छक्के लगाए

युवराज सिंह
युवराज सिंह

युवराज उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने भारत के साथ दो विश्वकप जीते हैं. 2007 में भारत ने टी-20 विश्व कप जीता था, तब युवराज टीम के सदस्य थे और उस दौरान युवराज ने इंग्लैंड के गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के 1 ओवर में 6 छक्के लगाने का कारनामा किया था. उस मैच में युवराज ने 12 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया था, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आज भी एक मील का पत्थर बना हुआ है.

नेटवेस्ट ट्रॉफी फाइनल में खेली यादगार पारी

साल 2002 में इंग्लैंड में आयोजित नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में लॉर्ड्स स्टेडियम में युवराज ने 69 रनों की पारी खेलते हुए भारत को यादगार जीत दिलाई थी. युवराज ने ऐसे समय में मोहम्मद कैफ के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी की थी, जब भारत ने अपने टॉप आर्डर के बल्लेबाजों को सस्ते में खो दिया था. उस मैच में जीत के बाद भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने अपनी जर्सी उतारकर लार्ड्स की बालकनी से हवा में लहराई थी. यह भारतीय क्रिकेट के सबसे यादगार दृश्यों में से एक है. नेटवेस्ट ट्रॉफी में भारत की उस जीत ने भारतीय क्रिकेट की मनोदशा बदल दी थी और इसमें युवराज का एक बहुत बड़ा योगदान रहा है.

आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी

क्रिकेट में उनकी शानदार उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने साल 2012 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार दिया और फिर दो साल बाद देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक अलंकरण-पद्मश्री से नवाजा. 2014 में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने पंजाब के इस खिलाड़ी को 14 करोड़ रुपये में खरीदा था और इसके बाद 2015 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने युवराज को 16 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा था। इस तरह युवराज आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने थे.

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सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों में शुमार युवराज सिंह ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है.



मुंबई : युवराज ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ये उनके लिए काफी भावनात्मक पल है और उनका करियर एक रोलर-कोस्टर की तरह रहा है. युवराज ने कहा कि वो काफी समय से रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे थे और अब उनका प्लान आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त टी-20 टूर्नामेंट्स में खेलने का है.



2000 में खेला पहला वनडे



युवराज ने अपना अंतिम टेस्ट साल 2012 में खेला था. सीमित ओवरों के क्रिकेट में वो अंतिम बार 2017 में दिखे थे. युवराज ने साल 2000 में पहला वनडे, 2003 में पहला टेस्ट और 2007 में पहला टी-20 मैच खेला था.



युवराज सिंह के क्रिकेट करियर पर एक नजर



चंडीगढ़ में साल 1981 में जन्में युवराज ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी-20 मैच खेले. टेस्ट में युवराज ने 3 शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1900 रन बनाए जबकि वनडे में उन्होंने 14 शतकों और 52 अर्धशतकों की मदद से 8701 रन जुटाए.



इसी तरह टी-20 मैचों में युवराज ने कुल 1177 रन बनाए. इसमें 8 अर्धशतक शामिल हैं. युवराज ने टेस्ट मैचों में 9, वनडे में 111 और टी-20 मैचो में 28 विकेट भी लिए हैं. युवराज ने 2008 के बाद कुल 231 टी-20 मैच खेले हैं और 4857 रन बनाए हैं. उन्होंने टी-20 मैचों में 80 विकेट भी लिए हैं.



दूसरी बार जीता वर्ल्डकप



भारत ने जब साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में दूसरी बार आईसीसी विश्वकप जीता था, तब युवराज एक लड़ाके के रूप में सामने आए थे. युवराज ने उस विश्व कप में 362 रन (एक शतक और चार अर्धशतक) बनाने के अलावा 15 विकेट भी हासिल किए थे और चार बार मैन ऑफ द मैच के अलावा प्लेअर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे.



एक अनोखा रिकार्ड बनाया



युवराज के लिए वो विश्वकप खास था क्योंकि जब भारत ने पहली बार विश्वकप जीता था, तब उनका जन्म भी नहीं हुआ था और जब वो विश्व चैम्पियन बने तो उन्होंने अपने नाम एक अनोखा रिकार्ड जोड़ लिया. युवराज पहले ऐसे ऑलराउंडर हैं, जिन्होंने किसी विश्वकप में 300 से अधिक रन बनाने के अलावा 15 विकेट भी हासिल किए हों.



विश्व कप के बाद युवराज कैंसर से पीड़ित बताए गए और फिर अमेरिका में उनका लम्बे समय तक इलाज चला. कैंसर को हराने के बाद युवराज ने राष्ट्रीय टीम में वापसी की लेकिन इसके बाद उनकी जिंदगी पहले जैसी नहीं रही.



1 ओवर में 6 छक्के लगाए



युवराज उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने भारत के साथ दो विश्वकप जीते हैं. 2007 में भारत ने टी-20 विश्व कप जीता था, तब युवराज टीम के सदस्य थे और उस दौरान युवराज ने इंग्लैंड के गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के 1 ओवर में 6 छक्के लगाने का कारनामा किया था. उस मैच में युवराज ने 12 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया था, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आज भी एक मील का पत्थर बना हुआ है.


Conclusion:
Last Updated : Jun 10, 2019, 6:08 PM IST
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