अहमदाबाद: भारत गुलाबी गेंद के टेस्ट में दो दिनों के भीतर इंग्लैंड को हराने में कामयाब रहा था. इस मैच में भारत और इंग्लैंड के दोनों बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और सीधी रहती गेंदों पर अपना विकेट गंवा बैठे थे. इस जीत के साथ, भारत विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने के एकदम करीब है.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अश्विन ने कहा, "देखो, मेरे पास ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए मेरा परिवार था, मैं उन्हें आईपीएल के दूसरे भाग में दुबई भी ले गया था. इस दौरे के लिए वो मेरे साथ नहीं हैं. मैंने रोटेशन नीति का इस्तेमाल किया है और मैंने उन्हें घर छोड़ दिया है." उनके बिना ये अविश्वसनीय रूप से कठिन होगा. फिर भी बड़े होटल के स्थानों में हमने अपना मनोरंजन करने का तरीका खोज लिया. हमारा संबंध बेहतर हुआ है. एक बात जो मुझे कहना चाहिए कि इस बायो-बबल के कारण खिलाड़ी एक साथ अधिक बार मिल रहे हैं. अतीत में ऐसा नहीं था."
उन्होंने कहा, "टीम की बॉन्डिंग बेहतर हुई है. मुझे यकीन है कि लोग थोड़ी बोरियत महसूस करते हैं या वे अकेलापन महसूस करते हैं, ये अच्छा होगा यदि वे मदद लें. लेकिन मेरा समय ज्यादातर कुछ ऑनलाइन देखने और किताबें पढ़ने के आसपास गया है.''
इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में अश्विन ने 400 टेस्ट विकेट हासिल किए और इसी के साथ वो मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरा सबसे तेज 400 विकेट हासिल करने वाले खिलाड़ी भी बने.
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ये पूछे जाने पर कि क्या वो अनिल कुंबले के 619 विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ना चाहेंगे, अश्विन ने कहा, "मैंने बहुत पहले सभी रिकॉर्डो के बारे में सोचना बंद कर दिया था. ये इस बारे में है कि मैं कैसे बेहतर हो सकता हूं और मैं टीम के लिए और क्या नया कर सकता हूं. मैं हर एक दिन एक व्यक्ति और क्रिकेटर के रूप में बेहतर दिख रहा हूं. मैं आगे नहीं देख रहा हूं कि आगे क्या होता है और शायद यही कारण है कि मैं अभी अपने खेल का आनंद ले रहा हूं. मैं इस स्पेस में रहना चाहूंगा.''