सिडनी : हालिया सालों में सीमरों ने भारत की सीम गेंदबाजी को एक अलग ही मुकाम दिलाया है. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा और उमेश यादव की वह तेज गेंदबाजी चौकड़ी रही है, जो पहले कभी नहीं रही. इन चारों न केवल भारत की धरती, बल्कि विदेशी जमीं पर भी बल्लेबाजों को नाको चने चबाए. इन चारों ने दुनिया के तमाम समीक्षकों और दिग्गजों को यह एहसास कराया है कि भारतीय गेंदबाज विदेशी धरती पर बीस विकेट चटकाने में सक्षम हैं. और इन सीमरों में से जिस गेंदबाज ने सबसे ज्यादा कंगारू दिग्गज एलन बॉर्डर को प्रभावित किया है, तो वह जसप्रीत बुमराह हैं.
यह भी पढ़ें- मैरी कॉम मेरे लिए प्रेरणास्रोत हैं : बाला देवी
बुमराह ने 11 टेस्ट में सबसे तेज 50 विकेट चटकाने का कारनामा किया है. यह आईपीएल 2014 का समय था, जब विश्व ने पहली बार बुमराह को देखा था. और तब से इस गेंदबाज ने लगातार प्रगति की है.
बॉर्डर ने कहा कि यह बहुत ही शानदार है और अपने पहले आईपीएल से लेकर बुमराह ने लगातार सीढ़ियां चढ़ी हैं. बुमराह ने विश्व क्रिकेट में तूफान सा ला दिया है. उनका एक्शन बहुत ही असाधारण है. सभी ने शुरुआत में सोचा कि वह खासा संघर्ष करने जा रहा है. बुमराह का एक्शन थोड़ा अजीब है, लेकिन वह अच्छी गति से गेंदबाजी करते हैं. लेकिन वह अच्छी गति से गेंदबाजी करते हैं. हालांकि, उनका अंदाज पारंपरिक नहीं है. वास्तव में, यह एक भारतीय अंदाज है. वहां किसी भी बच्चे को उसके नैसर्गिक अंदाज में विकसित किया जाता है.
एक समय था, जब भारत स्पिनरों के लिए जाना जाता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में अब यह मुद्दा पेसरों पर स्थानांतरित हो गया है. एलन बॉर्डर ने इस पर कहा कि एक समय था जब भारतीय तेज गेंदबाज ने दुनिया पर राज किया. इसके बाद और सीमर सिस्टम से निकलकर आए. भारत को वास्तव में कुछ तेज गेंदबाज विकसित करने की जरूरत है. क्या ऐसा नहीं है?
यह भी पढ़ें- 'फादर ड्यूटी' पर लौटे हार्दिक पांड्या, बेबी अगस्त्य के साथ शेयर की खूबसूरत फोटो
पूर्व कप्तान ने कहा कि जब भी भारत ने कहीं का भी दौरा किया, तो उन्हें घसियाले और तेज विकेट दिए गए. ऐसे में तीन या चार स्पिनर खिलाने के दिन हवा हो गए. बॉर्डर ने कहा कि बुमराह एक बहुत ही रुचिकर गेंदबाज है क्योंकि उनका रन-अप इधर-उधर होता है और उनकी गेंदों में बहुत ज्यादा गति है.