कोलकाता: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली को शुक्रवार को वुडलैंड्स मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल से कोरोना से उबरने के बाद छुट्टी दे दी गई. अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, गांगुली हेमोडायनामिक रूप से स्थिर स्थिति में थे और कमरे की हवा में 99 प्रतिशत ऑक्सीजन संतृप्ति बनाए रख रहे थे.
बता दें, गांगुली की कोरोना जांच पॉजिटिव आने पर उन्हें मोनोक्लोनल एंटी-बॉडी कॉकटेल थेरेपी मिली थी. वुडलैंड्स अस्पताल के एमडी और सीईओ डॉ. रूपाली बसु ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, डॉ. सरोज मंडल, डॉ. सप्तर्षि बसु और डॉ. सौतिक पांडा वाले मेडिकल बोर्ड ने गांगुली के स्वास्थ्य की स्थिति पर कड़ी नजर रखी थी.
पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली को इस साल की शुरुआत में दो बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कुछ हृदय संबंधी समस्याओं के बाद उनकी आपातकालीन एंजियोप्लास्टी भी हुई थी.
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गौरतलब है, साल 2021 के अंत तक गांगुली के सामने एक और विवाद खड़ा हो गया था. कुछ समय पहले बोर्ड ने सीमित ओवरों की क्रिकेट में एक ही कप्तान रखने का फैसला किया, जिसके चलते विराट कोहली के वनडे टीम की कप्तानी से हटाकर रोहित शर्मा को कप्तान बना दिया गया. इसके बाद गांगुली ने दावा किया था कि उन्होंने विराट से टी-20 कप्तानी न छोड़ने का अनुरोध किया था, जिसे उन्होंने नहीं माना. उसके बाद यह फैसला लेना पड़ा.
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BCCI अध्यक्ष के इस बयान के बाद टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने सौरव के दावों को खारिज करते हुए कहा था कि किसी ने उनसे कप्तानी न छोड़ने का अनुरोध नहीं किया. विराट की इस बात से दोनों बड़े खिलाड़ियों के बीच विवाद की स्थिति बनी है.