नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में नए अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने कार्यभार संभाला है, तबसे कई फैसले से हुए हैं जिन पर बीसीसीआई को यू-टर्न लेना पड़ा है. इस तरह के फैसले से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की खूब किरकिरी होती नजर आ रही है. ऐसे फैसलों पर टीम के उप कप्तान और कार्यकारी कप्तान की भूमिका निभा रहे केएल राहुल भी आश्चर्य कर चुके हैं. पहले वनडे टीम में शामिल ऋषभ पंत को मेडिकल ग्राउंड पर खेला से बाहर करने और उसके बाद ऋषभ पंत को टेस्ट मैच में उप कप्तान पद से हटाकर चेतेश्वर पुजारा को उप कप्तान बनाने के क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के फैसले पर आश्चर्य जताया है और कहा है कि उन्हें नहीं पता कि बोर्ड इस तरह के फैसले किस आधार पर करता है.
सूर्यकुमार यादव को बाहर करना
आपको बता दें कि इसके पहले भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के कई फैसलों पर सवाल उठे थे. भारतीय क्रिकेट टीम में शानदार फार्म में चल रहे बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज से बाहर किए जाने वाले की भी जमकर आलोचना हुई थी. हालांकि बोर्ड ने इसके पीछे अपने तरफ से दलील दी थी. कहा जा रहा है कि नियमित रुप से अच्छी बल्लेबाजी कर रहे खिलाड़ियों को टीम से बाहर किए जाने के कारण भारतीय टीम श्रृंखला 2-1 से हार गई है.
घायल चल रहे जडेजा और शमी का सेलेक्शन
इसके अलावा घायल चल रहे थे रविंद्र जडेजा और मोहम्मद शमी को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट टीम में शामिल करने के फैसले को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बचकानी हरकत कहा जा रहा है. आखिर बिना फिटनेस टेस्ट में पास हुए खिलाड़ी को टीम में कैसे शामिल किया जा सकता है. बाद में उन्हें अनफिट करार देते हुए वैकल्पिक में व्यवस्था करनी पड़ी है और टीम में दूसरे खिलाड़ियों को शामिल करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. अगर यह दोनों खिलाड़ी फिट नहीं थे तो उनको टेस्ट टीम में शामिल ही नहीं किया जाना था. इसके बदले उन खिलाड़ियों को मौका दिया जाना था, जो फिट हैं और खेलने के लिए टीम इंडिया के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं. जब तक खिलाड़ियों का फिटनेस टेस्ट न हो और उन्हें खेलने के लिए पूरी तरह से फिट न करार दिया जाए, उनका किसी दौरे के लिए सेलेक्शन सवालिया निशान पैदा करता है.
चेतेश्वर पुजारा को अचानक उपकप्तान बनाना
केएल राहुल बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में सोमवार को ऋषभ पंत की जगह चेतेश्वर पुजारा को भारत का उपकप्तान बनाए जाने को लेकर आश्चर्यचकित हैं और कहा कि उन्हें नहीं पता कि इस तरह के फैसले का आधार क्या है. थोड़ा आश्चर्य हुआ जब बीसीसीआई ने पुजारा को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट के लिए उपकप्तान नामित किया, क्योंकि तब पूर्व चयन समिति ने कहा था कि ऋषभ पंत और राहुल को भारतीय टीम के भावी कप्तान के रूप में तैयार किया जा रहा है. इस बारे में पूछे जाने पर राहुल ने उपकप्तानी में बदलाव की बारीकियों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया.
राहुल ने सोमवार को प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उपकप्तान बनाने जाने के बारे में मुझे नहीं पता कि मापदंड क्या है. जो भी चुना जाता है, आप खुद को सम्मानित महसूस करते हैं और आप खेलना जारी रखते हैं. मुझे पता है कि जब आप उपकप्तान होते हैं, तो आप वास्तव में खुश हो जाते हैं. टीम में हर कोई अपनी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को जानता है और टीम उनके योगदान की सराहना करती है.
उन्होंने कहा कि ऋषभ और चेतेश्वर पुजारा दोनों टेस्ट क्रिकेट में हमारे लिए शानदार रहे हैं और कई बार मैच जिताया है. इसलिए हम वास्तव में ज्यादा नहीं सोचते हैं, क्योंकि हर कोई अपनी जिम्मेदारियों को लेने की कोशिश करता है और हम एक टीम के रूप में आगे बढ़ते हैं. प्लेइंग इलेवन के साथ टीम आगे बढ़ती है.
ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल खेलने का टारगेट
भारत रेड-बॉल क्रिकेट में बुधवार से शिरकत करने के लिए तैयार है, जब वह जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम में पहले दो टेस्ट मैचों में बांग्लादेश का सामना करेगा. उम्मीद है कि भारतीय टीम अगले साल आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए जीत के साथ महत्वपूर्ण अंक अर्जित करने की भरपूर कोशिश करेगी. भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र का हिस्सा हैं, जहां भारत वर्तमान में 52.08 प्रतिशत अंकों के साथ चौथे स्थान पर है. उन्हें बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट जीतने की आवश्यकता है. कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल ने वादा किया है कि भारत शाकिब अल हसन के नेतृत्व वाली टीम के खिलाफ आगामी श्रृंखला में आक्रामक क्रिकेट खेलेगा. उन्होंने कहा, विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (फाइनल) क्वालीफायर है। इसलिए हमें भी आक्रामक होना होगा. हम जानते हैं कि हम कहां खड़े हैं और फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए हमें क्या करना है. प्रत्येक दिन, प्रत्येक सत्र में हमें यह आकलन करना होगा कि क्या उस विशेष क्षण में टीम के लिए क्या आवश्यक है और अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करना है.
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