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IND vs AUS : भारत के लिए संकटमोचन बने अक्षर पटेल, खुद बताई अच्छे प्रदर्शन की वजह - बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी

स्पिन आलराउंडर अक्षर पटेल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के लिए संकटमोचन साबित हुए हैं. अक्षर ने सीरीज में कई बार अपनी बल्लेबाजी से भारत को संकट से निकाला है. अब अक्षर ने खुद अच्छी बल्लेबाजी करने की वजह बताई है.

axar patel
अक्षप पटेल
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Published : Mar 12, 2023, 10:24 PM IST

नई दिल्ली : भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में भारत के स्पिन आलराउंडर अक्षर पटेल ने बल्ले से भी कमाल दिखाया है. अक्षर ने इस सीरीज में यह साबित किया है कि वह अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकते हैं. अहमदाबाद टेस्ट में अक्षर पटेल ने अपने टेस्ट करियर का चौथा अर्धशतक जमाया. इस सीरीज में ये उनका तीसरा अर्धशतक है.

अहमदाबाद टेस्ट में शानदार अर्धशतक बनाने के बाद अक्षर ने कहा है कि वह आत्मविश्वास को आगे बढ़ा रहे हैं, जिससे उन्हें आस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी करने में मदद मिल रही है. रविवार को चौथे दिन के खेल में अक्षर ने चार छक्कों और पांच चौकों की मदद से 79 रन बनाकर भारत को 91 रन की बढ़त हासिल करने में मदद की. साथ ही विराट कोहली के साथ शानदार 162 रन की साझेदारी के जरिए मेजबान टीम को 571 तक पहुंचाने में मदद की. कोहली ने शानदार 186 रन बनाए.

आत्मविश्वास को बढ़ा रहा आगे
अक्षर ने प्रसारकों से कहा, 'जिस तरह से मैं बल्लेबाजी कर रहा हूं, मैं टीम के लिए योगदान देकर खुश हूं. मैं अपना गेम खेल रहा हूं और खुद का समर्थन कर रहा हूं. मैं सिर्फ अपने आत्मविश्वास को आगे बढ़ा रहा हूं और वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं. आपको बता दें कि अक्षर ने श्रृंखला में केवल दो विकेट लिए हैं, लेकिन वह निचले क्रम में बल्ले से एक उपयोगी योगदान देने में सफल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, 'जिस तरह से मैं पिछले साल टीम को मैच जीतने में मदद कर रहा था, उससे मुझे मदद मिल रही है और मुझे अधिक आत्मविश्वास मिल रहा है. मैं खराब गेंदों पर बाउंड्री मारने की कोशिश करता हूं और अच्छी गेंदों का सम्मान कर रहा हूं'.

मैदान पर क्या थी सोच
यह पूछे जाने पर कि क्या एक आक्रमणकारी के रूप में उनकी एक निर्धारित भूमिका थी, उन्होंने जवाब दिया, 'मेरी इस तरह की कोई निर्धारित भूमिका नहीं थी. विचार यह था कि यथा संभव लंबे समय तक खेलना है. पहले तो हम उनके स्कोर का पीछा कर रहे थे. एक बार जब हम बराबर पर चले गए, तो बात यह थी कि अगर मुझे खराब गेंद मिलती है, तो मैं उसे हिट करूंगा क्योंकि वह (विराट) थके हुए थे और गेंद कुछ खास नहीं कर रही थी. मेरे दिमाग में यह था कि स्कोर बड़ा होना चाहिए'.

अक्षर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाला खिलाड़ी हैं, उन्होंने इस सीरीज में 88.00 की औसत से 266 रन बनाए हैं. उन्होंने नागपुर और नई दिल्ली में भारत की जीत में महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाया था. इंदौर में भी अक्षर मेजबान टीम के लिए दोनों पारियों में नाबाद रहने वाले एकमात्र बल्लेबाज थे.

(इनपुट: आईएएनएस)

ये भी पढ़ें - IND vs AUS 4th Test Match : बेनतीजा रहेगा चौथा टेस्ट? भारत फिर भी खेलेगा WTC फाइनल

नई दिल्ली : भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में भारत के स्पिन आलराउंडर अक्षर पटेल ने बल्ले से भी कमाल दिखाया है. अक्षर ने इस सीरीज में यह साबित किया है कि वह अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकते हैं. अहमदाबाद टेस्ट में अक्षर पटेल ने अपने टेस्ट करियर का चौथा अर्धशतक जमाया. इस सीरीज में ये उनका तीसरा अर्धशतक है.

अहमदाबाद टेस्ट में शानदार अर्धशतक बनाने के बाद अक्षर ने कहा है कि वह आत्मविश्वास को आगे बढ़ा रहे हैं, जिससे उन्हें आस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी करने में मदद मिल रही है. रविवार को चौथे दिन के खेल में अक्षर ने चार छक्कों और पांच चौकों की मदद से 79 रन बनाकर भारत को 91 रन की बढ़त हासिल करने में मदद की. साथ ही विराट कोहली के साथ शानदार 162 रन की साझेदारी के जरिए मेजबान टीम को 571 तक पहुंचाने में मदद की. कोहली ने शानदार 186 रन बनाए.

आत्मविश्वास को बढ़ा रहा आगे
अक्षर ने प्रसारकों से कहा, 'जिस तरह से मैं बल्लेबाजी कर रहा हूं, मैं टीम के लिए योगदान देकर खुश हूं. मैं अपना गेम खेल रहा हूं और खुद का समर्थन कर रहा हूं. मैं सिर्फ अपने आत्मविश्वास को आगे बढ़ा रहा हूं और वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं. आपको बता दें कि अक्षर ने श्रृंखला में केवल दो विकेट लिए हैं, लेकिन वह निचले क्रम में बल्ले से एक उपयोगी योगदान देने में सफल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, 'जिस तरह से मैं पिछले साल टीम को मैच जीतने में मदद कर रहा था, उससे मुझे मदद मिल रही है और मुझे अधिक आत्मविश्वास मिल रहा है. मैं खराब गेंदों पर बाउंड्री मारने की कोशिश करता हूं और अच्छी गेंदों का सम्मान कर रहा हूं'.

मैदान पर क्या थी सोच
यह पूछे जाने पर कि क्या एक आक्रमणकारी के रूप में उनकी एक निर्धारित भूमिका थी, उन्होंने जवाब दिया, 'मेरी इस तरह की कोई निर्धारित भूमिका नहीं थी. विचार यह था कि यथा संभव लंबे समय तक खेलना है. पहले तो हम उनके स्कोर का पीछा कर रहे थे. एक बार जब हम बराबर पर चले गए, तो बात यह थी कि अगर मुझे खराब गेंद मिलती है, तो मैं उसे हिट करूंगा क्योंकि वह (विराट) थके हुए थे और गेंद कुछ खास नहीं कर रही थी. मेरे दिमाग में यह था कि स्कोर बड़ा होना चाहिए'.

अक्षर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाला खिलाड़ी हैं, उन्होंने इस सीरीज में 88.00 की औसत से 266 रन बनाए हैं. उन्होंने नागपुर और नई दिल्ली में भारत की जीत में महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाया था. इंदौर में भी अक्षर मेजबान टीम के लिए दोनों पारियों में नाबाद रहने वाले एकमात्र बल्लेबाज थे.

(इनपुट: आईएएनएस)

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