बर्मिंघम: ओलंपिक में रजत पदक जीत चुकी सिंधु अपने से युवा और दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी चोचुवोंग की फुर्ती, ताकत और सटीकता की बराबरी नहीं कर सकी और 43 मिनट तक चले मुकाबले में 17-21 9-21 से हार गयीं. दुनिया की सातवें नंबर की भारतीय 2018 ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के भी सेमीफाइनल में हार गयी थीं.
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𝐍𝐨𝐭 𝐨𝐮𝐫 𝐝𝐚𝐲🙇🏿♂️
— BAI Media (@BAI_Media) March 20, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
🇮🇳 shuttler @pvsindhu1 ends her @allenglandofficial challenge, after she went down in the Semi-finals against 🇹🇭's Pornpawee Chochuwang .
Final Scores: 1️⃣7️⃣-2️⃣1️⃣, 9️⃣-2️⃣1️⃣
Comeback stronger, Sindhu💪🏻#AllEnglandOpen2021#badminton pic.twitter.com/O6QdVcRqji
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🇮🇳 shuttler @pvsindhu1 ends her @allenglandofficial challenge, after she went down in the Semi-finals against 🇹🇭's Pornpawee Chochuwang .
Final Scores: 1️⃣7️⃣-2️⃣1️⃣, 9️⃣-2️⃣1️⃣
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🇮🇳 shuttler @pvsindhu1 ends her @allenglandofficial challenge, after she went down in the Semi-finals against 🇹🇭's Pornpawee Chochuwang .
Final Scores: 1️⃣7️⃣-2️⃣1️⃣, 9️⃣-2️⃣1️⃣
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सिंधु का इस सेमीफाइनल से पहले 23 वर्षीय चोचुवोंग के खिलाफ जीत का रिकॉर्ड 4-1 था जिसे उन्होंने जनवरी में एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ टूर फाइनल्स में हराया था.
लेकिन चोचुवोंग ने बेहतरीन डिफेंस के आगे इस आंकड़े का कोई मतलब नहीं रहा जिन्होंने अपनी शॉट की रफ्तार से भारतीय खिलाड़ी को पस्त कर दिया. शुक्रवार की रात पांचवीं वरीयता प्राप्त सिंधु ने क्वार्टरफाइनल में जापान की तीसरी वरीयता प्राप्त अकाने यामागुची को 16-21 21-16 21-19 से हराकर अंतिम चार में प्रवेश किया था। एक घंटे 16 मिनट तक चला मुकाबला जीतकर सिंधु दूसरी बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची थीं.
इससे पहले यामागुची के खिलाफ सिंधु का कैरियर रिकॉर्ड 10 - 7 का था लेकिन पिछले तीन मुकाबलों में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था. सिंधु ने कहा, ''मैं लंबे समय बाद उसके खिलाफ खेल रही थी। शायद आखिरी बार 2019 में खेली थी. उसने भी काफी अभ्यास किया था और यह अच्छा मैच था.''
सिंधु ने कहा, ''पहले गेम में मैने काफी गलतियां की लेकिन दूसरे गेम से संभल गई. मैच में कई लंबी रैलियां लगी और दूसरा गेम जीतना बहुत जरूरी था. तीसरे गेम में मैने नियंत्रण नहीं खोया और कोच ने काफी सहयोग किया. हर अंक अहम था क्योंकि कोई भी जीत सकता था. मुझे खुशी है कि जीत मेरे नाम रही.''
स्विस ओपन फाइनल खेलने वाली सिंधु ने काफी आक्रामक खेल दिखाया लेकिन पहले गेम में सहज गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा. यामागाची ने 17 - 11 से बढत बना ली लेकिन सिंधु ने वापसी करते हुए अंतर 15 - 18 का कर दिया. इसके बाद हालांकि यामागाची ने लगातार अंक लेकर पहला गेम जीत लिया.
दूसरे गेम में दोनों ने गलतियों के साथ शुरूआत की. सिंधु ने 6 - 2 की बढत बनाई जो बाद में 8 . 4 की हो गई. यामागुची ने दो बार शटल नेट में डाल दी. सिंधु ने पांच अंक लेकर वापसी की.
निर्णायक गेम में मुकाबला बराबरी का था और स्कोर 2 - 2 से 7 - 7 हो गया. छोर बदलने के बाद सिंधु ने 14 - 10 से बढत बनाई लेकिन यामागुची ने वापसी की और स्कोर 13 - 15 कर दिया. जापानी खिलाड़ी की सहज गलती से स्कोर 17 - 17 हो गया. सिंधु ने 19 - 18 से बढत बनाई जबकि यामागुची का शॉट वाइड चला गया और सिंधु ने मैच प्वाइंट के साथ मैच जीता