मुंबई: असमिया फिल्म 'वीरांगना' और गुजराती फिल्म 'द स्पेल ऑफ पर्पल' को 52वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के तीसरे दिन भारतीय पैनोरमा खंड में प्रदर्शित किया जाएगा. भारतीय पैनोरमा अनुभाग विभिन्न श्रेणियों के तहत इन फिल्मों की गैर-लाभकारी स्क्रीनिंग के माध्यम से फिल्म कला को बढ़ावा देने के लिए सिनेमाई, विषयगत और सौंदर्य उत्कृष्टता की फीचर और गैर-फीचर फिल्मों के चयन के लिए जाना जाता है.
किशोर कलिता द्वारा निर्देशित 'वीरांगना' गुवाहाटी, असम में स्थित भारत की पहली महिला कमांडो यूनिट की कहानी है, जो महिलाओं को छेड़खानी से बचाने की दिशा में काम करती है.
अपनी फिल्म के बारे में बात करते हुए, किशोर कहते हैं कि 'वीरांगनाओं को 2021 में असम पुलिस में शामिल किया गया था. मैंने आधिकारिक तौर पर पुलिस विभाग (असम राज्य के) से संपर्क किया और असम के वर्तमान डीजीपी, भास्कर ज्योति महंत ने मेरी बहुत मदद की और वीरांगना के बारे में कुछ जानकारी प्रदान की.'
उन्होंने कहा कि 'मैंने इस फिल्म के पटकथा लेखक उत्पल दत्ता के साथ अपने विचार साझा किए, जिन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया और मुझे आगे बढ़ने के लिए कहा. मैं अपनी फिल्म के माध्यम से जो संदेश देना चाहता हूं वह यह है कि महिलाएं, महिलाओं की रक्षा कर सकती हैं.'
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दूसरी फिल्म 'द स्पेल ऑफ पर्पल', प्राची बजनिया द्वारा निर्देशित एक लघु कथा है, जो गुजरात में महिलाओं के एक समूह के बारे में है. जिन्हें ग्रामीणों द्वारा चुड़ैलों के रूप में टैग किया जाता है. यह एफटीआईआई के लिए उनकी स्नातक फिल्म है जहां उन्होंने निर्देशन और पटकथा लेखन का काम किया. प्राची को इस विषय के बारे में एक रेडियो कार्यक्रम के माध्यम से पता चला जहां उन्होंने आदिवासी महिलाओं के एक समूह को गाते हुए सुना, फिर वह इन महिलाओं की कहानियों का अनुसरण करने के लिए निकल पड़ीं.
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(इनपुट-आईएनएस)