मुंबई: अभिनेत्री लारा दत्ता ने कहा कि वह अपने करियर में ऐसे पड़ाव पर हैं, जहां उन्हें उन पात्रों की तलाश है जिनमें मुख्य किरदार होने से ज्यादा दर्शकों पर छाप छोड़ने का माद्दा हो. दत्ता ने 2003 में 'अंदाज' फिल्म से करियर की शुरुआत की थी और पिछले दो दशकों में उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया.
एक साक्षात्कार में अभिनेत्री ने कहा कि मौजूदा समय में पटकथा उनके लिए सब कुछ है. उन्होंने कहा कि अक्षय कुमार की फिल्म 'बेलबॉटम' के लिए भी वह इसलिए उत्साहित रहीं क्योंकि उसमें उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार अदा करने का मौका मिला.
दत्ता ने कहा कि वह करियर के उस पड़ाव से आगे बढ़ चुकी हैं, जहां वह मुख्य किरदार में ही रहना चाहती थीं लेकिन अब उन्हें पात्र उत्साहित करते हैं. वह अब ऐसा महसूस करती हैं कि मुख्य किरदार वाली मानसिकता के साथ आगे बढ़ा जाय तो इसका मतलब खुद को सीमित करना होगा.
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अभिनेत्री लारा दत्ता ने कहा कि वह न केवल अपने किरदारों के साथ प्रयोग कर रही हैं बल्कि डिजिटल क्षेत्र में भी आ रही हैं. 2020 में उनकी सीरिज 'हंड्रेड' आई थी, इसके बाद वह 'हिकप्स एंड हुकप्स' में नजर आईं. अब वह 'ओटीटी' पर 'कौन बनेगी शिखरवती' में दिखेंगी. इसमें नसीरुद्दीन शाह भी हैं, इसका निर्देशन गौरव चावला और अनन्या बनर्जी ने किया है. इसमें शाह एक राजा के किरदार में हैं, जिसे अपने उत्तराधिकारी की तलाश है और उसकी चार बेटियां होती हैं. दत्ता ने जी-5 की इस सीरिज में बड़ी बेटी देव्यानी का किरदार अदा किया है.
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(भाषा)