मुंबई: बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का मानना है डायरेक्टर बनना अकेलेपन का काम है. साथ ही उन्होंने अपनी इच्छा को बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी निर्देशन किया तो वह एक एक्शन फिल्म बनाना चाहेंगे. शाहरुख कहते हैं कि वह अभिनेता बनकर ही खुश हैं, लेकिन अगर वह कभी भी अपने करियर की दिशा बदलेंगे और डायरेक्शन में हाथ आजमाएंगे तो वह बहुत अकेले और दुखी हो जाएंगे.
पढ़ें: Tweet Today: लता मंगेशकर लौटीं हॉस्पिटल से घर, सलमान खान ने की शेख हसीना से मुलाकात
54 वर्षीय शाहरुख़ ने कहा कि फिल्मों का निर्देशन करना 'अकेले सबसे ज्यादा काम' करने जैसा है.
एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा, 'यहां डायरेक्टर एक भगवान की भूमिका निभा रहा होता हैं, आप एक फिल्म बना रहे हैं, आप अभिनेताओं को बता रहे हैं कि कैसे एक्टिंग करनी है, डायलॉग का चुनाव करना है, स्क्रिप्ट बनानी है, इसे बेचना है दर्शक कों, सिनेमाघरों में जा रहे हैं, अंधेरे कमरे में इसे एडिट कर रहे हैं...जब फिल्म बनकर सामने आती है तो आप इसमें हिट या फ्लॉप होते हैं. मुझे लगता है कि निर्देशक बनना एक बेहद लोनली वर्क है.'
शाहरुख ने आगे कहा, 'मैं हमेशा चिंता करता हूं कि अगर मैं एक निर्देशक बन गया तो मैं अकेला हो जाऊंगा और जीने के तरीके से बहुत सी चीजें हट जाएंगी. पहले से ही एक कलाकार होने के नाते मैं बहुत ज्यादा शांत और अकेला हूं. अभी मैं अकेला और खुश महसूस कर रहा हूं. अगर मैं एक निर्देशक बनूं तो मैं अकेला और दुखी हो सकता हूं.'
शाहरुख ने यह भी कहा, 'मैं एक एक्शन फिल्म का निर्देशन करना चाहूंगा. मैं आगे क्रिस्टोफर नोलन बनना चाहता हूं. मेरे साथ बड़ी समस्या यह है कि मुझे नहीं पता कि कब ओके कहना है और निर्देशक का बड़ा काम रोल, कैमरा, एक्शन, कट, ओके कहना है. मुझे नहीं पता कि कब ओके होता है. मुझे लगता है कि यह बेहतर हो सकता है या यह काफी अच्छा था. इसलिए मैं निर्देशक बनने के पहले सावधान हूं.'