ETV Bharat / sitara

तमिल कवि-गीतकार वैरामुत्तु को ONV साहित्य सम्मान पर विरोध, #MeToo में लगे 17 आरोप

शुक्रवार को ओएनवी कल्चरल एकेडमी के अध्यक्ष और प्रसिद्ध मलयालम फिल्म निर्देशक अदूर गोपालकृष्ण ने कहा कि वे इस फैसले पर पुनर्विचार करेंगे. उन्होंने अपने बयान में कहा, चयन समिति के निर्देशानुसार इस पर अब पुनर्विचार किया जा रहा है.

तमिल कवि-गीतकार वैरामुत्तु
तमिल कवि-गीतकार वैरामुत्तु
author img

By

Published : May 28, 2021, 6:43 PM IST

हैदराबाद : प्रसिद्ध तमिल कवि-गीतकार वैरामुत्तु को ज्ञानपीठ विजेता मलयालम कवि दिवंगत ओएनवी कुरुप की याद में शुरू पांचवें ओएनवी साहित्य सम्मान के लिए चुने जाने पर विवाद गरमा गया है. भारी आलोचना के बाद जूरी ने कहा है कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाएगा. दरअसल, वैरामुत्तु पर साल 2018 में मीटू मूवमेंट के तहत कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगया था.

ये भी पढे़ं : इरफान एक खास और अच्छे व्यक्ति थे, जो कभी नहीं बदले : आसिफ कपाड़िया

ओएनवी साहित्यिक एकेडमी द्वारा मलयालम और अन्य भारतीय भाषाओं के कवियों को दिए जाने वाले इस सम्मान में तीन लाख रुपये नकद राशि और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है. बुधवार को जब वैरामुथु को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया, तो इसका पुरजोर विरोध किया गया.

शुक्रवार को ओएनवी कल्चरल एकेडमी के अध्यक्ष और प्रसिद्ध मलयालम फिल्म निर्देशक अदूर गोपालकृष्ण ने कहा कि वे इस फैसले पर पुनर्विचार करेंगे. उन्होंने अपने बयान में कहा, चयन समिति के निर्देशानुसार इस पर अब पुनर्विचार किया जा रहा है.

चयन मंडल में शामिल मलयालम विश्वविद्यालय के कुलपति अनिल वल्लाथोल और कवि अलनकोडे लीलाकृष्णन और प्रभा वर्मा ने विजेता का चयन किया था.

ये भी पढे़ं : डेमी लोवाटो : जेंडर से मुक्त होने के लिए मैंने अपने बाल कटवाए

वहीं, ओएनवी कल्चरल एकेडमी के फैसले का स्वागत करते हुए, अभिनेता-निर्देशक गीतू मोहनदास ने एक पोस्ट जारी कर कहा, 'ओएनवी कल्चरल एकेडमी ने वैरामुथु को दिए जाने वाले पुरस्कार की फिर से जांच की जाएगी.. सभी 17 महिलाएं जिन्होंने अपनी बात रखने का साहस और ताकत दिखाया.. हम आपके साथ हैं.'

हालांकि, वैरामुथु ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है और उन्हें पूरी तरह से झूठा और प्रायोजित बताया है.

हैदराबाद : प्रसिद्ध तमिल कवि-गीतकार वैरामुत्तु को ज्ञानपीठ विजेता मलयालम कवि दिवंगत ओएनवी कुरुप की याद में शुरू पांचवें ओएनवी साहित्य सम्मान के लिए चुने जाने पर विवाद गरमा गया है. भारी आलोचना के बाद जूरी ने कहा है कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाएगा. दरअसल, वैरामुत्तु पर साल 2018 में मीटू मूवमेंट के तहत कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगया था.

ये भी पढे़ं : इरफान एक खास और अच्छे व्यक्ति थे, जो कभी नहीं बदले : आसिफ कपाड़िया

ओएनवी साहित्यिक एकेडमी द्वारा मलयालम और अन्य भारतीय भाषाओं के कवियों को दिए जाने वाले इस सम्मान में तीन लाख रुपये नकद राशि और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है. बुधवार को जब वैरामुथु को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया, तो इसका पुरजोर विरोध किया गया.

शुक्रवार को ओएनवी कल्चरल एकेडमी के अध्यक्ष और प्रसिद्ध मलयालम फिल्म निर्देशक अदूर गोपालकृष्ण ने कहा कि वे इस फैसले पर पुनर्विचार करेंगे. उन्होंने अपने बयान में कहा, चयन समिति के निर्देशानुसार इस पर अब पुनर्विचार किया जा रहा है.

चयन मंडल में शामिल मलयालम विश्वविद्यालय के कुलपति अनिल वल्लाथोल और कवि अलनकोडे लीलाकृष्णन और प्रभा वर्मा ने विजेता का चयन किया था.

ये भी पढे़ं : डेमी लोवाटो : जेंडर से मुक्त होने के लिए मैंने अपने बाल कटवाए

वहीं, ओएनवी कल्चरल एकेडमी के फैसले का स्वागत करते हुए, अभिनेता-निर्देशक गीतू मोहनदास ने एक पोस्ट जारी कर कहा, 'ओएनवी कल्चरल एकेडमी ने वैरामुथु को दिए जाने वाले पुरस्कार की फिर से जांच की जाएगी.. सभी 17 महिलाएं जिन्होंने अपनी बात रखने का साहस और ताकत दिखाया.. हम आपके साथ हैं.'

हालांकि, वैरामुथु ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है और उन्हें पूरी तरह से झूठा और प्रायोजित बताया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.