मुंबई :इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस जैसी खतरनाक महामारी से जूझ रही है. सबसे ज्यादा मुश्किल उन लोगों के लिए खड़ी हो गई है, जो रोज कमाते खाते थे.
इसके लिए लगभग सभी राष्ट्रों द्वारा धन जुटाया जा रहा है. बॉलीवुड सितारे भी डॉक्टरों, पुलिसकर्मी, सफाई कर्मचारियों जैसे फ्रंटलाइन श्रमिकों की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं.
इसी बीच फिल्म निर्माता सुभाष घई ने भी सोशल मीडिया पर एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने अमीर मंदिरों से इस महामारी के दौरान जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के लिए उन्हें मिले सोने का दान देने का आग्रह किया. उनका कहना है कि वैसे भी सारा सोना भगवान के नाम पर लोगों से एकत्रित किया गया था. कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया को एक साथ लॉक कर दिया है.
फिल्म निर्माता ने इस ट्वीट में माननीय पीएम नरेंद्र मोदी से यह प्रश्न पूछा है.
फिल्म निर्माता के ट्वीट में लिखा था, 'क्या यह समय हमारे भगवान के मंदिरों का हमारी मदद करने का नहीं है? विशाल सोने के भंडार वाले सभी अमीर मंदिर सरकार को अपने सोने का 90% दान कर सकते हैं, तो गरीबों का भला हो सकता है. वैसे भी उन्हें यह सोना केवल भगवान के नाम पर मिला है?
फिल्म निर्माता के इस ट्वीट में हालांकि कुछ लोगों ने उनका समर्थन करते हुए चर्चों और मस्जिदों को भी इसमें शामिल करने का आग्रह किया लेकिन हमेशा की तरह कुछ लोगों ने उन्हें ट्रोल भी किया.
जिसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, मुझे यह जानकर दुख हुआ कि कुछ लोगों द्वारा मेरे ट्वीट को गलत समझा गया. जब मैंने कहा अमीर मंदिर तो इसमें सभी धर्मों के सभी देवताओं के मंदिर शामिल थे ना कि कोई खास. अगर किसी को मेरी बातों से दुख पहुंचा हो तो उसके लिए माफी.
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I feel pained n sorry to know that I have been misunderstood thru my tweet by few people.
— Subhash Ghai (@SubhashGhai1) May 15, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
When I said Rich temples I meant temples of all gods of all religions. Not a particular one. It was pure a thought on universal human ground. My apologies if any one is hurt. 🙏🏽
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When I said Rich temples I meant temples of all gods of all religions. Not a particular one. It was pure a thought on universal human ground. My apologies if any one is hurt. 🙏🏽I feel pained n sorry to know that I have been misunderstood thru my tweet by few people.
— Subhash Ghai (@SubhashGhai1) May 15, 2020
When I said Rich temples I meant temples of all gods of all religions. Not a particular one. It was pure a thought on universal human ground. My apologies if any one is hurt. 🙏🏽