ETV Bharat / sitara

लॉकडाउन में महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर चित्रांगदा ने दिया जोर - Chitrangda

चित्रांगदा ने लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर जोर दिया है. उनका मानना है कि अगर परिवार के सभी सदस्यों के बीच परिवार का कार्यभार बांट दिया जाता है, तो यह मुश्किल नहीं होगा.

Chitrangda emphasizes on womens mental health during lockdown
लॉकडाउन में महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर चित्रांगदा ने दिया जोरलॉकडाउन में महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर चित्रांगदा ने दिया जोर
author img

By

Published : May 9, 2020, 3:09 PM IST

मुंबई : अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह का मानना है कि चाहे जो हो जाए मानसिक रूप से फिट रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है.

चित्रांगदा ने कहा, "परिवार में महिलाओं का मानसिक स्वास्थ्य हर किसी को प्रभावित करता है और लोगों को इसके बारे में बात करने के लिए प्रोत्साहित करना बहुत महत्वपूर्ण है. लोगों को किसी भी तरह के मुद्दे या तनाव या चिंता के बारे में महिलाओं को दोषी महसूस नहीं करना चाहिए. नकली कठोरता दिखाने में कोई बहादुरी नहीं है. हम सभी कई बार कमजोर होते हैं, और लोगों को यह महसूस कराना अच्छा होता है कि सब ठीक है और सामान्य है. इसलिए, मेरा माननाहै कि पहली बार में ही इस बारे में बात करना बहुत महत्वपूर्ण कदम है."

उन्होंने साझा किया कि पुरुषों के लिए घर के काम का प्रबंधन करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना महिलाओं के लिए.

अभिनेत्री ने कहा, "अगर परिवार के सभी सदस्यों के बीच परिवार का कार्यभार बांट दिया जाता है, तो यह मुश्किल नहीं होगा. मेरा सुझाव है कि एक व्यक्ति हर दिन के कामों को मैनेज करने या रसोई या बच्चों के कामों में मदद करने के लिए बारी-बारी से आगे आ सकते हैं. इसके अलावा घर की महिलाओं से बात करने के लिए कुछ समय निकालना भी महत्वपूर्ण है और भी जानें कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से कैसा महसूस कर रही हैं."

पढ़ें- Birthday special : असली 'कबीर सिंह' विजय देवरकोंडा के पास कभी नहीं हुआ करते थे किराए तक के पैसे

(इनपुट-आईएएनएस)

मुंबई : अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह का मानना है कि चाहे जो हो जाए मानसिक रूप से फिट रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है.

चित्रांगदा ने कहा, "परिवार में महिलाओं का मानसिक स्वास्थ्य हर किसी को प्रभावित करता है और लोगों को इसके बारे में बात करने के लिए प्रोत्साहित करना बहुत महत्वपूर्ण है. लोगों को किसी भी तरह के मुद्दे या तनाव या चिंता के बारे में महिलाओं को दोषी महसूस नहीं करना चाहिए. नकली कठोरता दिखाने में कोई बहादुरी नहीं है. हम सभी कई बार कमजोर होते हैं, और लोगों को यह महसूस कराना अच्छा होता है कि सब ठीक है और सामान्य है. इसलिए, मेरा माननाहै कि पहली बार में ही इस बारे में बात करना बहुत महत्वपूर्ण कदम है."

उन्होंने साझा किया कि पुरुषों के लिए घर के काम का प्रबंधन करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना महिलाओं के लिए.

अभिनेत्री ने कहा, "अगर परिवार के सभी सदस्यों के बीच परिवार का कार्यभार बांट दिया जाता है, तो यह मुश्किल नहीं होगा. मेरा सुझाव है कि एक व्यक्ति हर दिन के कामों को मैनेज करने या रसोई या बच्चों के कामों में मदद करने के लिए बारी-बारी से आगे आ सकते हैं. इसके अलावा घर की महिलाओं से बात करने के लिए कुछ समय निकालना भी महत्वपूर्ण है और भी जानें कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से कैसा महसूस कर रही हैं."

पढ़ें- Birthday special : असली 'कबीर सिंह' विजय देवरकोंडा के पास कभी नहीं हुआ करते थे किराए तक के पैसे

(इनपुट-आईएएनएस)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.