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भारतीय सिनेमा की बात सत्यजीत रे के साथ शुरू होती है : अनुराग कश्यप

अनुराग कश्यप ने बंगाली सिनेमा के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि उन्हें कोलकाता और बंगाली खाना बहुत पसंद हैं. जब बात सिनेमा की आई तो अनुराग ने कहा, भारतीय सिनेमा की बात सत्यजीत रे के साथ शुरू होती है. अनुराग ने बीते दिन 5वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन किया.

Chat on Indian cinema begins with Satyajit Ray's work: Anurag Kashyap
भारतीय सिनेमा की बात सत्यजीत रे के साथ शुरू होती है : अनुराग कश्यप
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Published : Feb 4, 2020, 4:47 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 4:01 AM IST

कोलकाता: 5वें दमदम इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे फिल्मनिर्माता अनुराग कश्यप ने बंगाली सिनेमा के महत्व के बारे में बातचीत की और बताया कि भारतीय सिनेमा में सत्यजीत रे के योगदान को दुनिया भर में याद किया जाता है.

उन्होंने कहा, 'जब हम पूरी दुनिया में यात्रा करते हैं, जब लोग भारतीय सिनेमा के बारे में बात करते हैं, तो वह सत्यजीत रे के साथ शुरू करते हैं. यहां तक ​​कि हिंदी भाषा के सबसे महान फिल्मकार बिमल रॉय और गुरु दत्त भी यहां से थे और यहीं से उन्होंने शुरुआत की है.

कोलकाता के बारे में बात करते हुए, अनुराग ने कहा, 'मुझे वहां का खाना बहुत पसंद है, मुझे जगह बहुत पसंद है और वहां मेरे बहुत सारे दोस्त हैं.'

पढ़ें: अनुराग ने सीएए और एनआरसी को लेकर कहा, ऐसी स्थिति में विनम्रता जरूरी है

वर्कफ्रंट की बात करें तो, अनुराग नेटफ्लिक्स के एक प्रोजेक्ट को डायरेक्ट करेंगे. जिसका नाम 'चोक्ड' है, यह कहानी एक असहाय बैंक कैशियर के बारे में जिसका जीवन तब बदल जाता है, जब उसे अपनी रसोई में असीमित धन का स्रोत मिलता है. इसमें सैयामी खेर और रौशन मैथ्‍यु हैं.

यह बातें अनुराग कश्यप ने ईटीवी भारत सितारा को बताई जब वह कोलकाता से दमदम अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का हिस्सा बने.

भारतीय सिनेमा की बात सत्यजीत रे के साथ शुरू होती है : अनुराग कश्यप

कोलकाता के सांस्कृतिक माहौल के संबंध में अनुराग ने कहा, 'भारतीय सिनेमा के बारे में चर्चा सत्यजीत रे के साथ शुरू होती है. चर्चा बंगाली दर्शकों के साथ शुरू होती है. इतना ही नहीं, हिंदी फिल्म निर्देशक जैसे बिमल रॉय या गुरुदत्त भी यहीं के हैं.'

कोलकाता: 5वें दमदम इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे फिल्मनिर्माता अनुराग कश्यप ने बंगाली सिनेमा के महत्व के बारे में बातचीत की और बताया कि भारतीय सिनेमा में सत्यजीत रे के योगदान को दुनिया भर में याद किया जाता है.

उन्होंने कहा, 'जब हम पूरी दुनिया में यात्रा करते हैं, जब लोग भारतीय सिनेमा के बारे में बात करते हैं, तो वह सत्यजीत रे के साथ शुरू करते हैं. यहां तक ​​कि हिंदी भाषा के सबसे महान फिल्मकार बिमल रॉय और गुरु दत्त भी यहां से थे और यहीं से उन्होंने शुरुआत की है.

कोलकाता के बारे में बात करते हुए, अनुराग ने कहा, 'मुझे वहां का खाना बहुत पसंद है, मुझे जगह बहुत पसंद है और वहां मेरे बहुत सारे दोस्त हैं.'

पढ़ें: अनुराग ने सीएए और एनआरसी को लेकर कहा, ऐसी स्थिति में विनम्रता जरूरी है

वर्कफ्रंट की बात करें तो, अनुराग नेटफ्लिक्स के एक प्रोजेक्ट को डायरेक्ट करेंगे. जिसका नाम 'चोक्ड' है, यह कहानी एक असहाय बैंक कैशियर के बारे में जिसका जीवन तब बदल जाता है, जब उसे अपनी रसोई में असीमित धन का स्रोत मिलता है. इसमें सैयामी खेर और रौशन मैथ्‍यु हैं.

यह बातें अनुराग कश्यप ने ईटीवी भारत सितारा को बताई जब वह कोलकाता से दमदम अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का हिस्सा बने.

भारतीय सिनेमा की बात सत्यजीत रे के साथ शुरू होती है : अनुराग कश्यप

कोलकाता के सांस्कृतिक माहौल के संबंध में अनुराग ने कहा, 'भारतीय सिनेमा के बारे में चर्चा सत्यजीत रे के साथ शुरू होती है. चर्चा बंगाली दर्शकों के साथ शुरू होती है. इतना ही नहीं, हिंदी फिल्म निर्देशक जैसे बिमल रॉय या गुरुदत्त भी यहीं के हैं.'

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कोलकाता: अनुराग कश्यप ने बंगाली सिनेमा के महत्व के बारे में बातचीत की और बताया कि भारतीय सिनेमा में सत्यजीत रे के योगदान को दुनिया भर में याद किया जाता है.

उन्होंने कहा, 'जब हम पूरी दुनिया में यात्रा करते हैं, जब लोग भारतीय सिनेमा के बारे में बात करते हैं, तो वह सत्यजीत रे के साथ शुरू करते हैं. यहां तक ​​कि हिंदी भाषा के सबसे महान फिल्मकार बिमल रॉय और गुरु दत्त भी यहां से थे और यहीं से उन्होंने शुरुआत की है.

कोलकाता के बारे में बात करते हुए, अनुराग ने कहा, 'मुझे वहां का खाना बहुत पसंद है, मुझे जगह बहुत पसंद है और वहां मेरे बहुत सारे दोस्त हैं.'

वर्कफ्रंट की बात करें तो, अनुराग नेटफ्लिक्स के एक प्रोजेक्ट को डायरेक्ट करेंगे. जिसका नाम 'चोक्ड' है, यह कहानी एक असहाय बैंक कैशियर के बारे में जिसका जीवन तब बदल जाता है, जब उसे अपनी रसोई में असीमित धन का स्रोत मिलता है. इसमें सैयामी खेर और रौशन मैथ्‍यु हैं.

यह बातें अनुराग कश्यप ने ईटीवी भारत सितारा को बताई जब वह कोलकाता से दमदम अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का हिस्सा बने.

कोलकाता के सांस्कृतिक माहौल के संबंध में अनुराग ने कहा, 'भारतीय सिनेमा के बारे में चर्चा सत्यजीत रे के साथ शुरू होती है. चर्चा बंगाली दर्शकों के साथ शुरू होती है. इतना ही नहीं, हिंदी फिल्म निर्देशक जैसे बिमल रॉय या गुरुदत्त भी यहीं के हैं.'




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Last Updated : Feb 29, 2020, 4:01 AM IST

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