नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को लेकर जून में भारत में एप को प्रतिबंधित किए जाने के बाद चाइनीज यूनिकॉर्न बाइटडांस के स्वामित्व वाला टिकटॉक भारत में जांच का सामना कर रहा है.
माइक्रोसॉफ्ट से आधिकारिक पुष्टि के बाद रिपोर्टें सामने आईं कि सॉफ्टवेयर दिग्गज ने बाइटडांस के साथ वार्ता को उस समय रोक दिया था, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाने की कसम खाई थी.
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच हुई बातचीत के बाद, माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह अमेरिका में टिक-टॉक की खरीद के लिए बातचीत जारी रखने के लिए तैयार है. माइक्रोसॉफ्ट 15 सितंबर तक चर्चा पूरी करने की उम्मीद करता है.
सचदेव ने कहा टिक-टॉक के व्यापार का वैश्विक और स्थानीय मूल्यांकन स्पष्ट रूप से माइक्रोसॉफ्ट के व्यापार पर प्रभाव डालेगा, जिसे अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बाजारों में उकेरा जाना प्रस्तावित है.
![टिक-टॉक माइक्रोसॉफ्ट डील](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8297623_tik.jpg)
पिछले सप्ताह एक ब्लॉग पोस्ट में भारत में हेड निखिल गांधी ने लिखा था कि टिक-टॉक ने भारत सरकार को अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत की थी और इस पर काम किया जा रहा है ताकि अपनी चिंताओं को दूर किया जा सके.
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उन्होंने कहा कि हमने किसी भी विदेशी सरकार के साथ भारत के उपयोगकर्ताओं की कोई भी जानकारी साझा नहीं की है, न ही हमने किसी भी तरह से ऐसे डेटा का उपयोग किया है, जो भारत की अखंडता से समझौता करेंगे. आगे भी, अगर हमसे भविष्य में अनुरोध किया जाता है, तो हम ऐसा नहीं करेंगे.
![टिक-टॉक माइक्रोसॉफ्ट डील](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8297623_tik1.jpg)
उन्होंने कहा कि हम भारत में अपने निर्माता समुदाय के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो दुनिया भर में लाखों 'टिक- टॉक उपयोगकर्ताओं को उनकी प्रतिभा के साथ मनोरंजन करता है, क्रॉस-सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सही मायने में वैश्विक व्यस्तताओं को सक्षम करता है.