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हबल टेलीस्कोप ने ली बृहस्पति के तूफान की तस्वीरें

जुपिटर (बृहस्पति) पर नया तूफान है जो अब गैस की विशाल कुख्यात ग्रेट रेड स्पॉट की तुलना में काफी बड़ा है. इसकी तस्वीर को 25 अगस्त को नासा हबल स्पेस टेलीस्कोप का उपयोग करके कैप्चर किया गया था.

Great Red Spot , Hubble Captures Jupiter's storms
हबल टेलीस्कोप ने ली जुपिटर के तूफान की तस्वीरें
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Published : Sep 19, 2020, 8:13 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

वॉशिंगटन, डी सी: नासा हबल स्पेस टेलीस्कोप ने 25 अगस्त को बृहस्पति की नयी तस्वीर को तब लिया था, जब यह पृथ्वी से सिर्फ 406 मिलियन मील दूर था. शोधकर्ताओं ने एक उल्लेखनीय नए तूफान के होने और प्रसिद्ध ग्रेट रेड स्पॉट क्षेत्र के एक चचेरे भाई के फिर से रंग बदल की बात की है.

स्नैपशॉट मध्य-उत्तरी अक्षांश पर एक चमकीले, सफेद, फैला हुआ तूफान के रूप में दिखाई दिया, जो 560 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ग्रह पर घूम रहा है. यह एकल प्लम 18 अगस्त को फट गया, सथ ही ग्राउंड-आधारित पर्यवेक्षकों ने दो और खोज की हैं जो बाद में एक ही अक्षांश पर दिखाई दिए.

हबल स्पेस टेलीस्कोप से पता चलता है कि ग्रह के दक्षिणी गोलार्ध में वामावर्त को लुढ़कते हुए ग्रेट रेड स्पॉट, इसके आगे बादलों में घूम रहा है, जिससे सफेद और बेज रंग के रिबन का एक कैस्केड बनता है.

Great Red Spot , Hubble Captures Jupiter's storms
नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप द्वारा पराबैंगनी, दृश्यमान और निकट अवरक्त प्रकाश में 25 अगस्त, 2020 को ली गई बृहस्पति की एक तस्वीर. श्रेय: NASA, ESA, STScI, A. साइमन (गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर), M.H. वोंग (कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले), और ओपल टीम

ग्रेट रेड स्पॉट वर्तमान में लाल रंग में असाधारण रूप से समृद्ध है, इसके मूल और सबसे बाहरी बैंड में गहरे लाल दिखाई देते हैं.

इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने कहा कि ग्रेट रेड स्पॉट अब लगभग 9,800 मील की दूरी पर है, जो पृथ्वी को निगलने के लिए काफी बड़ा है. सुपर-स्टॉर्म अभी भी सिकुड़ रहा है जैसा कि दूरबीन प्रेक्षणों में 1930 में हुआ था, लेकिन इसके घटते आकार का कारण एक रहस्य है.

नयी तस्वीर में ग्रेट रेड स्पॉट के ठीक नीचे रेड स्पॉट जूनियर दिखाई देता है, जिसे खगोलविदों द्वारा ओवल बीए, उपनाम दिया गया. यह 2006 में लाल दिखने के बाद सफेद रंग की अपनी मूल छाया में लुप्त होता रहा है.

हालांकि, अब यह तूफान थोड़ा गहरा हो रहा है. जिससे यह संकेत मिलता है कि रेड स्पॉट जूनियर एक बार फिर अपने चचेरे भाई के समान रंग बदलने की ओर है. हबल की तस्वीर से पता चलता है कि बृहस्पति अपने उच्च ऊंचाई वाले सफेद बादलों को साफ कर रहा है, विशेष रूप से ग्रह के भूमध्य रेखा पर जहां ओरंगिश हाइड्रोकार्बन स्मॉग है.

हबल की यह तस्वीर, आउटर प्लैनेट ऐट्मॉस्फीयर लेगसी प्रोग्राम (ओपीएएल) के हिस्से के रूप में लिए गए पूरे ग्रह के वार्षिक मानचित्रों का हिस्सा है. यह कार्यक्रम, आउटर प्लैनेट के वार्षिक हबल वैश्विक विचारों को उनके तूफानों, हवाओं और बादलों में परिवर्तन देखने देता है.

पढ़ेंः 13 अक्टूबर से ट्रैश फाइलों को मिटा देगा गूगल ड्राइव

वॉशिंगटन, डी सी: नासा हबल स्पेस टेलीस्कोप ने 25 अगस्त को बृहस्पति की नयी तस्वीर को तब लिया था, जब यह पृथ्वी से सिर्फ 406 मिलियन मील दूर था. शोधकर्ताओं ने एक उल्लेखनीय नए तूफान के होने और प्रसिद्ध ग्रेट रेड स्पॉट क्षेत्र के एक चचेरे भाई के फिर से रंग बदल की बात की है.

स्नैपशॉट मध्य-उत्तरी अक्षांश पर एक चमकीले, सफेद, फैला हुआ तूफान के रूप में दिखाई दिया, जो 560 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ग्रह पर घूम रहा है. यह एकल प्लम 18 अगस्त को फट गया, सथ ही ग्राउंड-आधारित पर्यवेक्षकों ने दो और खोज की हैं जो बाद में एक ही अक्षांश पर दिखाई दिए.

हबल स्पेस टेलीस्कोप से पता चलता है कि ग्रह के दक्षिणी गोलार्ध में वामावर्त को लुढ़कते हुए ग्रेट रेड स्पॉट, इसके आगे बादलों में घूम रहा है, जिससे सफेद और बेज रंग के रिबन का एक कैस्केड बनता है.

Great Red Spot , Hubble Captures Jupiter's storms
नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप द्वारा पराबैंगनी, दृश्यमान और निकट अवरक्त प्रकाश में 25 अगस्त, 2020 को ली गई बृहस्पति की एक तस्वीर. श्रेय: NASA, ESA, STScI, A. साइमन (गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर), M.H. वोंग (कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले), और ओपल टीम

ग्रेट रेड स्पॉट वर्तमान में लाल रंग में असाधारण रूप से समृद्ध है, इसके मूल और सबसे बाहरी बैंड में गहरे लाल दिखाई देते हैं.

इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने कहा कि ग्रेट रेड स्पॉट अब लगभग 9,800 मील की दूरी पर है, जो पृथ्वी को निगलने के लिए काफी बड़ा है. सुपर-स्टॉर्म अभी भी सिकुड़ रहा है जैसा कि दूरबीन प्रेक्षणों में 1930 में हुआ था, लेकिन इसके घटते आकार का कारण एक रहस्य है.

नयी तस्वीर में ग्रेट रेड स्पॉट के ठीक नीचे रेड स्पॉट जूनियर दिखाई देता है, जिसे खगोलविदों द्वारा ओवल बीए, उपनाम दिया गया. यह 2006 में लाल दिखने के बाद सफेद रंग की अपनी मूल छाया में लुप्त होता रहा है.

हालांकि, अब यह तूफान थोड़ा गहरा हो रहा है. जिससे यह संकेत मिलता है कि रेड स्पॉट जूनियर एक बार फिर अपने चचेरे भाई के समान रंग बदलने की ओर है. हबल की तस्वीर से पता चलता है कि बृहस्पति अपने उच्च ऊंचाई वाले सफेद बादलों को साफ कर रहा है, विशेष रूप से ग्रह के भूमध्य रेखा पर जहां ओरंगिश हाइड्रोकार्बन स्मॉग है.

हबल की यह तस्वीर, आउटर प्लैनेट ऐट्मॉस्फीयर लेगसी प्रोग्राम (ओपीएएल) के हिस्से के रूप में लिए गए पूरे ग्रह के वार्षिक मानचित्रों का हिस्सा है. यह कार्यक्रम, आउटर प्लैनेट के वार्षिक हबल वैश्विक विचारों को उनके तूफानों, हवाओं और बादलों में परिवर्तन देखने देता है.

पढ़ेंः 13 अक्टूबर से ट्रैश फाइलों को मिटा देगा गूगल ड्राइव

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST
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