ETV Bharat / science-and-technology

Elon Musk AI Start-Up: मस्क ने एआई कंपनी एक्सडॉटएआई बनाई, माइक्रोसॉफ्ट के ओपनएआई को देगी टक्कर

author img

By

Published : Apr 15, 2023, 10:15 PM IST

नई एआई कंपनी एलोन मस्क को माइक्रोसॉफ्ट-समर्थित प्लेटफॉर्म ओपनएआई पर ले जाने की अनुमति देगी, जिसे उन्होंने 2015 में सह-स्थापना की थी, लेकिन 2018 में छोड़ दिया था. Elon Musk AI Platform

Musk creates XdotAI
मस्क ने एआई कंपनी एक्सडॉटएआई बनाई, माइक्रोसॉफ्ट के ओपनएआई को देगी टक्कर

नई दिल्ली: ट्विटर के सीईओ एलोन मस्क ने चैटजीपीटी के युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा देने के लिए एक्सडॉटएआई नाम से एक नई कंपनी बनाई (Elon Musk creates AI company XdotAI) है. शेयर बाजार को दी गई जानकारी के अनुसार, कंपनी का मुख्ययालय टेक्सास के नेवादा में बनाया गया है और मस्क इसके एकमात्र सूचीबद्ध निदेशक हैं. मस्क के पारिवारिक कार्यालय के निदेशक जेरेड बिर्चेल को कंपनी का सचिव बनाया गया है.

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, एक्सडॉटएआई ने निजी कंपनी के लिए 10 करोड़ शेयरों की बिक्री को अधिकृत किया है. मस्क एक ऐसी एआई कंपनी बनाना चाहते हैं जो चैटजीपीटी नामक सफल एआई चैटबॉट की निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट समर्थित ओपनएआई से मुकाबला कर सके. विडंबना यह है कि मस्क ने ही आरंभ में ओपनएआई में 10 करोड़ डॉलर लगाए थे, लेकिन बाद में वह कंपनी से बाहर हो गए. हाल के महीनों में चैटजीपीटी और जीपीटी-4 दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए हैं.

मार्च में, कई बड़े उद्यमियों और एआई अनुसंधानकर्ताओं, जिनमें मस्क और एप्पल के सह संस्थापक स्टीव वोज्नियाक शामिल हैं, ने एक खुला पत्र लिखकर सभी प्रयोगशालाओं को कम से कम छह महीने के लिए जीपीटी-4 से अधिक शक्तिशाली एआई सिस्टम के प्रशिक्षण को तुरंत रोकने का अनुरोध किया था. यह ओपन लेटर ऐसे समय में लिखा गया था जब इस तरह की खबरें सामने आई थीं कि मस्क ने 2018 की शुरुआत में ओपनएआई पर नियंत्रण करने की कोशिश की थी, लेकिन सैम ऑल्टमैन और ओपनएआई के अन्य संस्थापकों ने मस्क के प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

सेमाफोर के अनुसार, प्रतिक्रिया स्वरूप मस्क कंपनी से बाहर हो गए और बड़े पैमाने पर डोनेशन की वादे से मुकर गए. वही ट्विटर के सीईओ एक अरब डॉलर देने के वादे से मुकर गए, लेकिन कंपनी से हटने से पहले 10 करोड़ डॉलर का योगदान दिया. ओपनएआई ने मार्च 2019 में घोषणा की कि वह एक मुनाफे के उद्देश्य से काम करने वाली इकाई बना रहा है ताकि अपने कर्मचारियों के भुगतान के लिए पर्याप्त धन जुटा सके.

इसके बाद छह महीने से भी कम समय में माइक्रोसॉफट ने ओपनएआई में एक अरब डॉलर का निवेश किया और उसके बाद जो हुआ वह ऐतिहासिक है. ओपनएआई अंतिम वैल्युएशन 20 अरब डॉलर के करीब था और यह दुनिया की सबसे बड़ी एआई समर्थित कंपनी बन गई थी. मस्क ने हाल के दिनों में कई बार ओपनएआई की अलोचना की है.

(आईएएनएस)

नई दिल्ली: ट्विटर के सीईओ एलोन मस्क ने चैटजीपीटी के युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा देने के लिए एक्सडॉटएआई नाम से एक नई कंपनी बनाई (Elon Musk creates AI company XdotAI) है. शेयर बाजार को दी गई जानकारी के अनुसार, कंपनी का मुख्ययालय टेक्सास के नेवादा में बनाया गया है और मस्क इसके एकमात्र सूचीबद्ध निदेशक हैं. मस्क के पारिवारिक कार्यालय के निदेशक जेरेड बिर्चेल को कंपनी का सचिव बनाया गया है.

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, एक्सडॉटएआई ने निजी कंपनी के लिए 10 करोड़ शेयरों की बिक्री को अधिकृत किया है. मस्क एक ऐसी एआई कंपनी बनाना चाहते हैं जो चैटजीपीटी नामक सफल एआई चैटबॉट की निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट समर्थित ओपनएआई से मुकाबला कर सके. विडंबना यह है कि मस्क ने ही आरंभ में ओपनएआई में 10 करोड़ डॉलर लगाए थे, लेकिन बाद में वह कंपनी से बाहर हो गए. हाल के महीनों में चैटजीपीटी और जीपीटी-4 दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए हैं.

मार्च में, कई बड़े उद्यमियों और एआई अनुसंधानकर्ताओं, जिनमें मस्क और एप्पल के सह संस्थापक स्टीव वोज्नियाक शामिल हैं, ने एक खुला पत्र लिखकर सभी प्रयोगशालाओं को कम से कम छह महीने के लिए जीपीटी-4 से अधिक शक्तिशाली एआई सिस्टम के प्रशिक्षण को तुरंत रोकने का अनुरोध किया था. यह ओपन लेटर ऐसे समय में लिखा गया था जब इस तरह की खबरें सामने आई थीं कि मस्क ने 2018 की शुरुआत में ओपनएआई पर नियंत्रण करने की कोशिश की थी, लेकिन सैम ऑल्टमैन और ओपनएआई के अन्य संस्थापकों ने मस्क के प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

सेमाफोर के अनुसार, प्रतिक्रिया स्वरूप मस्क कंपनी से बाहर हो गए और बड़े पैमाने पर डोनेशन की वादे से मुकर गए. वही ट्विटर के सीईओ एक अरब डॉलर देने के वादे से मुकर गए, लेकिन कंपनी से हटने से पहले 10 करोड़ डॉलर का योगदान दिया. ओपनएआई ने मार्च 2019 में घोषणा की कि वह एक मुनाफे के उद्देश्य से काम करने वाली इकाई बना रहा है ताकि अपने कर्मचारियों के भुगतान के लिए पर्याप्त धन जुटा सके.

इसके बाद छह महीने से भी कम समय में माइक्रोसॉफट ने ओपनएआई में एक अरब डॉलर का निवेश किया और उसके बाद जो हुआ वह ऐतिहासिक है. ओपनएआई अंतिम वैल्युएशन 20 अरब डॉलर के करीब था और यह दुनिया की सबसे बड़ी एआई समर्थित कंपनी बन गई थी. मस्क ने हाल के दिनों में कई बार ओपनएआई की अलोचना की है.

(आईएएनएस)

ये भी पढ़ें: Twitter New Feature: ट्विटर अब 10,000 अक्षरों तक के ट्वीट्स को करेगा सपोर्ट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.