शिलांग : मेघालय के मवलाई इलाके में प्रदर्शनकारियों ने सीआरपीएफ के वाहन पर हमला किया है. घटना के वक्त जवान वाहन में सवार थे और इलाके में कर्फ्यू लगा हुआ था. इस घटना के बाद सुरक्षा बलों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. पुलिस ने यह जानकारी दी है.
स्वतंत्रता दिवस के दिन, एक पूर्व उग्रवादी के अंतिम संस्कार के दौरान राज्य की राजधानी और नजदीक के इलाकों में तोड़फोड़ और आगजनी हुई थी. जिसके बाद राज्य सरकार ने शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया था और कम से कम चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी थी.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के आवास पर अज्ञात उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंके थे और अब सीआरपीएफ के वाहन पर हमला हुआ है.जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, मवलाई इलाके में सड़क के बीच बड़ी संख्या में युवकों द्वारा टायर जलाने की खबरें मिलने पर सीआरपीएफ के कर्मियों को इलाके में भेजा गया
प्रदर्शनकारियों ने सीआरपीएफ के वाहन पर पथराव किया जिसके बाद सुरक्षा बलों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ जवानों के लाठीचार्ज में एक मीडिया प्रतिष्ठान का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया और उसका चालक घायल हुआ है.
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मेघालय के गृह मंत्री लहकमन रिम्बुई ने पूर्व उग्रवादी के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर शिलांग में हुई हिंसा के बीच रविवार को इस्तीफा दे दिया था. रिम्बुई ने मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा से चेरिस्टरफील्ड थांगखियु नामक उग्रवादी के समर्पण करने के बाद पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत के मामले की न्यायिक जांच गठित करने का भी अनुरोध किया है.
चेरिस्टरफील्ड थांगखियु नामक उग्रवादी के समर्पण करने के बाद पुलिस ने एक मुठभेड़ में 13 अगस्त को उसे मार गिराया था. थांगखियु का शव रविवार को दफनाया गया, जिसके बाद इन क्षेत्रों से हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं. पुलिस ने बताया कि 2018 में समर्पण करने के बाद थांगखियु ने आईईडी विस्फोटकों से किए गए कई हमलों की साजिश रची थी.
(पीटीआई-भाषा)