नई दिल्ली: किराये के डीडीए फ्लैट पर लोन लेने वाले एक जालसाज गैंग के दो सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने रोहिणी स्थित एक डीडीए फ्लैट पर आईसीआईसीआई बैंक से 66 लाख रुपये का लोन ले लिया था. इस मामले में आरोपी चार साल से फरार चल रहे थे. गिरफ्तारी की जानकारी शाहबाद डेरी पुलिस को दे दी गई है.
क्राइम ब्रांच ने पकड़े दो आरोपी
मामले की जांच एसीपी संदीप लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर नीरज चौधरी की टीम ने शुरू की. उनको पता चला कि सतीश कुमार उर्फ अनिल जैन ने इस जालसाजी को अंजाम दिया है. वारदात के बाद से वह फरार चल रहा है. पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान उसने मुकेश जुनेजा के साथ मिलकर इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने की बात कबूल कर ली. सतीश कुमार की निशानदेही पर उसके साथी मुकेश जुनेजा को भी अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया.
ऐसे करते थे ठगी
पूछताछ के दौरान पता चला कि वह डीडीए फ्लैट पहले किराए पर लेते थे. इसके बाद वहां पर अपने फर्जी दस्तावेज तैयार कर वह प्रॉपर्टी पर लोन ले लेते थे. लोन की राशि मिल जाने के बाद वह फ्लैट को खाली कर फरार हो जाते थे. ना तो इस फर्जीवाड़े की भनक फ्लैट के मालिक को लगती थी और ना ही बैंक के अधिकारियों को. इस तरह से कई फ्लैट मालिकों के साथ वह ठगी कर चुके थे.