ETV Bharat / jagte-raho

अकेले कर रही हैं सफर, तो घबराइए मत... दिल्ली पुलिस का हिम्मत प्लस ऐप करेगा मदद

हिम्मत प्लस ऐप से इस बार कोड को स्कैन करते ही इनमें सफर करने वाली महिलाओं को इस बात की जानकारी होगी कि गाड़ी कौन चला रहा है.

author img

By

Published : Aug 23, 2019, 11:35 PM IST

दिल्ली पुलिस का हिम्मत प्लस एप करेगा मदद ETV BHARAT

नई दिल्ली: अब आप दिल्ली के किसी रेलवे स्टेशन पर हो या एयरपोर्ट पर, वहां से मिलने वाली ऑटो-टैक्सी में आपका सफर पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. इसके लिए आपको केवल अपने मोबाइल पर दिल्ली पुलिस का हिम्मत प्लस ऐप डाउनलोड करना होगा.

दिल्ली पुलिस का हिम्मत प्लस एप करेगा मदद

दिल्ली पुलिस ने रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट एवं मेट्रो स्टेशन से चलने वाली छह हजार गाड़ियों को इस ऐप के बार कोड से जोड़ दिया है. इन गाड़ियों में सफर करते समय आप पर दिल्ली पुलिस की नजर तब तक बनी रहेगी, जब तक आप सुरक्षित अपने गंतव्य पर न पहुंच जाएं.

98 हजार महिलाएं ऐप को डाउनलोड कर चुकी हैं

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने लगभग दो साल पहले हिम्मत प्लस ऐप एयरपोर्ट पर लॉन्च किया था. फिलहाल लगभग 98 हजार महिलाएं इस ऐप को डाउनलोड कर चुकी हैं. इस ऐप के कोड से फिलहाल एयरपोर्ट से चलने वाली लगभग तीन हजार ऑटो/टैक्सी जुड़ी हुई हैं. अगली कड़ी में अब दिल्ली पुलिस ने मेट्रो स्टेशन एवं रेलवे स्टेशन से चलने वाली तीन हजार ऑटो/टैक्सी को बारकोड से जोड़ दिया है.

हिम्मत प्लस ऐप से इस बार कोड को स्कैन करते ही इनमें सफर करने वाली महिलाओं को इस बात की जानकारी होगी कि गाड़ी कौन चला रहा है. उन्हें किसी प्रकार की समस्या आती है तो तुरंत दिल्ली पुलिस उनकी मदद के लिए पहुंच जाएगी.

प्रत्येक पांच मिनट पर पूछता है ऐप 'आप ठीक हो'

शुक्रवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ऑटो/टैक्सी चालकों को यह क्यूआर कोड वितरित किए. इस मौके पर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि राजधानी की सड़कों पर अपराध का शिकार बनाने के लिए बदमाशों का आसान निशाना महिलाएं एवं बुजुर्ग होते हैं. उन्हें सुरक्षित उनकी जगह पर पहुंचाने के लिए ये बेहद महत्वपूर्ण एप है. इस ऐप की मदद से वह जब टैक्सी या ऑटो में बैठेंगे तो उन्हें क्यूआर कोड स्कैन करते ही चालक के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी.

उन्होंने कहा कि वहीं वो सीधे दिल्ली पुलिस से जुड़ जाएंगे. प्रत्येक 5 मिनट के भीतर उन्हें दिल्ली पुलिस की तरफ से संदेश आएगा कि वो सुरक्षित हैं. अगर किसी को कोई दिक्कत है तो केवल एक बटन दबाते ही पुलिस को इसकी जानकारी मिल जाएगी. उनकी लोकेशन लगातार दिल्ली पुलिस के पास मौजूद है. पुलिस कुछ ही मिनटों के भीतर इस गाड़ी तक पहुंच जाएगी. इसलिए खासतौर से महिलाओं और बुजुर्गों के लिए यह एप बहुत ही महत्वपूर्ण है.

ट्रांसपोर्ट को सुरक्षित बनाने के लिए पहल

पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने बताया कि राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की सबसे पहली प्राथमिकता है. उन्होंने बताया कि आज लाखों की संख्या में महिलाएं रेलवे स्टेशन, मेट्रो और एयरपोर्ट से सफर करती हैं. इनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए परिवहन के सभी साधनों को क्यूआर कोड हिम्मत प्लस ऐप से जोड़ा गया है.

2015 में शुरू किया गया था ऐप

उन्होंने बताया कि जनवरी 2015 में शुरू किए गए एप को बाद में क्यूआर कोड हिम्मत प्लस में अपग्रेड किया गया है. उन्होंने बताया कि अब दिल्ली में क्यूआर कोड से जुड़े हुए 6000 ऑटो/ टैक्सी दिल्ली की सड़कों पर चल रहे हैं. उन्होंने स्कूल और कॉलेज जाने वाली लड़कियों से खासतौर पर यह अपील की है कि वो अपने मोबाइल में हिम्मत प्लस ऐप जरूर रखें क्योंकि वह दिल्ली पुलिस से सीधे जुड़ सकें.

कैंप लगाकर करते हैं जागरूक

पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने बताया कि ऐप की डाउनलोडिंग बढ़ाने के लिए वह लगातार कैंप लगाते हैं. स्कूल एवं कॉलेज में जाकर लड़कियों को इसके इस्तेमाल एवं सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाती है. उन्होंने बताया कि बीते 1 साल में तेजी से इस ऐप की डाउनलोडिंग बढ़ी है. इसे आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली पुलिस लगातार काम कर रही है.

नई दिल्ली: अब आप दिल्ली के किसी रेलवे स्टेशन पर हो या एयरपोर्ट पर, वहां से मिलने वाली ऑटो-टैक्सी में आपका सफर पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. इसके लिए आपको केवल अपने मोबाइल पर दिल्ली पुलिस का हिम्मत प्लस ऐप डाउनलोड करना होगा.

दिल्ली पुलिस का हिम्मत प्लस एप करेगा मदद

दिल्ली पुलिस ने रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट एवं मेट्रो स्टेशन से चलने वाली छह हजार गाड़ियों को इस ऐप के बार कोड से जोड़ दिया है. इन गाड़ियों में सफर करते समय आप पर दिल्ली पुलिस की नजर तब तक बनी रहेगी, जब तक आप सुरक्षित अपने गंतव्य पर न पहुंच जाएं.

98 हजार महिलाएं ऐप को डाउनलोड कर चुकी हैं

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने लगभग दो साल पहले हिम्मत प्लस ऐप एयरपोर्ट पर लॉन्च किया था. फिलहाल लगभग 98 हजार महिलाएं इस ऐप को डाउनलोड कर चुकी हैं. इस ऐप के कोड से फिलहाल एयरपोर्ट से चलने वाली लगभग तीन हजार ऑटो/टैक्सी जुड़ी हुई हैं. अगली कड़ी में अब दिल्ली पुलिस ने मेट्रो स्टेशन एवं रेलवे स्टेशन से चलने वाली तीन हजार ऑटो/टैक्सी को बारकोड से जोड़ दिया है.

हिम्मत प्लस ऐप से इस बार कोड को स्कैन करते ही इनमें सफर करने वाली महिलाओं को इस बात की जानकारी होगी कि गाड़ी कौन चला रहा है. उन्हें किसी प्रकार की समस्या आती है तो तुरंत दिल्ली पुलिस उनकी मदद के लिए पहुंच जाएगी.

प्रत्येक पांच मिनट पर पूछता है ऐप 'आप ठीक हो'

शुक्रवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ऑटो/टैक्सी चालकों को यह क्यूआर कोड वितरित किए. इस मौके पर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि राजधानी की सड़कों पर अपराध का शिकार बनाने के लिए बदमाशों का आसान निशाना महिलाएं एवं बुजुर्ग होते हैं. उन्हें सुरक्षित उनकी जगह पर पहुंचाने के लिए ये बेहद महत्वपूर्ण एप है. इस ऐप की मदद से वह जब टैक्सी या ऑटो में बैठेंगे तो उन्हें क्यूआर कोड स्कैन करते ही चालक के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी.

उन्होंने कहा कि वहीं वो सीधे दिल्ली पुलिस से जुड़ जाएंगे. प्रत्येक 5 मिनट के भीतर उन्हें दिल्ली पुलिस की तरफ से संदेश आएगा कि वो सुरक्षित हैं. अगर किसी को कोई दिक्कत है तो केवल एक बटन दबाते ही पुलिस को इसकी जानकारी मिल जाएगी. उनकी लोकेशन लगातार दिल्ली पुलिस के पास मौजूद है. पुलिस कुछ ही मिनटों के भीतर इस गाड़ी तक पहुंच जाएगी. इसलिए खासतौर से महिलाओं और बुजुर्गों के लिए यह एप बहुत ही महत्वपूर्ण है.

ट्रांसपोर्ट को सुरक्षित बनाने के लिए पहल

पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने बताया कि राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की सबसे पहली प्राथमिकता है. उन्होंने बताया कि आज लाखों की संख्या में महिलाएं रेलवे स्टेशन, मेट्रो और एयरपोर्ट से सफर करती हैं. इनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए परिवहन के सभी साधनों को क्यूआर कोड हिम्मत प्लस ऐप से जोड़ा गया है.

2015 में शुरू किया गया था ऐप

उन्होंने बताया कि जनवरी 2015 में शुरू किए गए एप को बाद में क्यूआर कोड हिम्मत प्लस में अपग्रेड किया गया है. उन्होंने बताया कि अब दिल्ली में क्यूआर कोड से जुड़े हुए 6000 ऑटो/ टैक्सी दिल्ली की सड़कों पर चल रहे हैं. उन्होंने स्कूल और कॉलेज जाने वाली लड़कियों से खासतौर पर यह अपील की है कि वो अपने मोबाइल में हिम्मत प्लस ऐप जरूर रखें क्योंकि वह दिल्ली पुलिस से सीधे जुड़ सकें.

कैंप लगाकर करते हैं जागरूक

पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने बताया कि ऐप की डाउनलोडिंग बढ़ाने के लिए वह लगातार कैंप लगाते हैं. स्कूल एवं कॉलेज में जाकर लड़कियों को इसके इस्तेमाल एवं सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाती है. उन्होंने बताया कि बीते 1 साल में तेजी से इस ऐप की डाउनलोडिंग बढ़ी है. इसे आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली पुलिस लगातार काम कर रही है.

Intro:नई दिल्ली
अब आप दिल्ली के किसी रेलवे स्टेशन पर हो या एयरपोर्ट पर, वहां से मिलने वाली ऑटो-टैक्सी में आपका सफर पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. इसके लिए आपको केवल अपने मोबाइल पर दिल्ली पुलिस का हिम्मत प्लस एप्प डाउनलोड करना होगा. दिल्ली पुलिस ने रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट एवं मेट्रो स्टेशन से चलने वाली छह हजार गाड़ियों को इस एप्प के बार कोड से जोड़ दिया है. इन गाड़ियों में सफर करते समय आप पर दिल्ली पुलिस की नजर तब तक बनी रहेगी जब तक आप सुरक्षित अपने गंतव्य पर न पहुंच जाएं.


Body:दिल्ली पुलिस ने लगभग दो साल पहले हिम्मत प्लस एप एयरपोर्ट पर लॉन्च किया था. फिलहाल लगभग 98 हजार महिलाएं इस ऐप को डाउनलोड कर चुकी हैं. इस ऐप के कोड से फिलहाल एयरपोर्ट से चलने वाली लगभग तीन हजार ऑटो/टैक्सी जुड़ी हुई हैं. अगली कड़ी में अब दिल्ली पुलिस ने मेट्रो स्टेशन एवं रेलवे स्टेशन से चलने वाली तीन हजार ऑटो/टैक्सी को बारकोड से जोड़ दिया है. हिम्मत प्लस ऐप से इस बार कोड को स्कैन करते ही इनमें सफर करने वाली महिलाओं को इस बात की जानकारी होगी कि गाड़ी कौन चला रहा है. उन्हें किसी प्रकार की समस्या आती है तो तुरंत दिल्ली पुलिस उनकी मदद के लिए पहुंच जाएगी.



प्रत्येक पांच मिनट पर पूछता है ऐप 'आप ठीक हो'
शुक्रवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ऑटो/टैक्सी चालकों को यह क्यूआर कोड वितरित किए. इस मौके पर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि राजधानी की सड़कों पर अपराध का शिकार बनाने के लिए बदमाशों का आसान निशाना महिलाएं एवं बुजुर्ग होते हैं. उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण ऐप है. इस ऐप की मदद से वह जब टैक्सी या ऑटो में बैठेंगे तो उन्हें क्यूआर कोड स्कैन करते ही चालक के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी. वहीं वह सीधे दिल्ली पुलिस से जुड़ जाएंगे. प्रत्येक 5 मिनट के भीतर उन्हें दिल्ली पुलिस की तरफ से संदेश आएगा कि वह सुरक्षित हैं. अगर किसी को कोई दिक्कत है तो केवल एक बटन दबाते ही पुलिस को इसकी जानकारी मिल जाएगी. उनकी लोकेशन लगातार दिल्ली पुलिस के पास मौजूद है. पुलिस कुछ ही मिनटों के भीतर इस गाड़ी तक पहुंच जाएगी. इसलिए खासतौर से महिलाओं और बुजुर्गों के लिए यह ऐप बहुत ही महत्वपूर्ण है.


ट्रांसपोर्ट को सुरक्षित बनाने के लिए पहल
पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने बताया कि राजधानी में महिला की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की सबसे पहली प्राथमिकता है. उन्होंने बताया कि आज लाखों की संख्या में महिलाएं रेलवे स्टेशन, मेट्रो और एयरपोर्ट से सफर करती हैं. इनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए परिवहन के सभी साधनों को क्यूआर कोड हिम्मत प्लस एप से जोड़ा गया है. उन्होंने बताया कि जनवरी 2015 में शुरु किये गए इस ऐप को बाद में क्यूआर कोड हिम्मत प्लस में अपग्रेड किया गया है. उन्होंने बताया कि अब दिल्ली में क्यूआर कोड से जुड़े हुए 6000 ऑटो/ टैक्सी दिल्ली की सड़कों पर चल रहे हैं. उन्होंने स्कूल और कॉलेज जाने वाली लड़कियों से खासतौर पर यह अपील की है कि वह अपने मोबाइल में हिम्मत प्लस एप जरूर रखें ताकि वह दिल्ली पुलिस से सीधे जुड़ सकें.


Conclusion:कैम्प लगाकर करते हैं जागरूक
पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने बताया कि ऐप की डाउनलोडिंग बढ़ाने के लिए वह लगातार कैंप लगाते हैं. स्कूल एवं कॉलेज में जाकर लड़कियों को इसके इस्तेमाल एवं सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाती है. उन्होंने बताया कि बीते 1 साल में तेजी से इस ऐप की डाउनलोडिंग बढ़ी है. इसे आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली पुलिस लगातार काम कर रही है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.