तेहरान : ईरान ने रविवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी एजेंसी आईएईए के प्रमुख का इस हफ्ते देश के दौरे का ईरान पर कथित रूप से 'सख्त प्रतिबंध' लगाने के लिए अमेरिकी दबाव से कोई लेना-देना नहीं है.
ट्रंप प्रशासन ने पिछले हफ्ते ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रतिबंधों को बहाल करने के दुनिया भर के देशों के विरोध को खारिज कर दिया था. ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की थी कि ईरान और दुनिया की शक्तियों के बीच 2015 के परमाणु समझौते के तहत 'सख्त' जुर्माना लगाने में ढील देने के 30 दिनों की उलटी गिनती शुरू हो गई थी.
अमेरिकी के सहयोगी और विरोधियों ने इस कार्रवाई को अवैध बताया था. अमेरिका का कहना है कि ईरान ने 2015 के समझौते के तहत परमाणु कार्यक्रमों पर लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है. ईरान इन आरोपों को खारिज करता रहा है.
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ईरान की सरकारी ईरान संवाद समिति ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) में ईरान के राजदूत के हवाले से कहा कि इस हफ्ते होने वाला दौरा 'न तो दोबारा प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया से जुड़ा है नहीं अमेरिकी मांग से.'