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इजराइल से राजनयिक संबंध स्थापित करने को लेकर यूएई पर बरसा तुर्की

अमेरिका की मध्यस्थता में यूएई और इजराइल के बीच हुए समझौते को लेकर तुर्की ने कहा है कि लोग यूएई के इस कपटपूर्ण बर्ताव को कभी नहीं भूलेंगे और न ही माफ करेंगे.

एर्दोगान
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Published : Aug 14, 2020, 8:49 PM IST

अंकारा : संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) द्वारा इजराइल के साथ अपने राजनयिक संबंध सामान्य करने पर तुर्की ने शुक्रवार को नाराजगी जाहिर की. तुर्की ने यूएई पर फिलिस्तीन से वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया.

तुर्की ने कहा कि लोग यूएई के इस कपटपूर्ण बर्ताव को कभी नहीं भूलेंगे और न ही माफ करेंगे.

यूएई ने कभी इजराइल के साथ युद्ध नहीं लड़ा और दोनों देशों के बीच कई सालों से संबंध सुधारने की कवायद जारी थी.

यूएई का कहना है कि इस समझौते से इजराइल की उस योजना पर लगाम लगी है जिसके तहत वह पश्चिमी तट के कब्जे वाले इलाकों पर एकतरफा अधिकार करना चाहता था.

लेकिन तुर्की के विदेश मंत्रालय का कहना है कि यूएई को फिलिस्तीन की ओर से इजराइल के साथ समझौता करने का कोई अधिकार नहीं है.

तुर्की ने कहा कि फिलिस्तीन के लिए महत्व रखने वाले मुद्दों पर बात करने का यूएई को कोई हक नहीं है.

पढ़ें - इजराइल-यूएई के बीच 'दुश्मनी' खत्म, संपन्न हुआ एतिहासिक समझौता

इस समझौते से मिस्र और जॉर्डन के बाद यूएई, इजराइल के साथ पूर्ण राजनयिक संबंध रखने वाला तीसरा अरब देश बन जाएगा.

फिलिस्तीन ने इस समझौते को 'गद्दारी' करार दिया है और अरब और मुस्लिम देशों से इसका विरोध करने को कहा है.

अंकारा : संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) द्वारा इजराइल के साथ अपने राजनयिक संबंध सामान्य करने पर तुर्की ने शुक्रवार को नाराजगी जाहिर की. तुर्की ने यूएई पर फिलिस्तीन से वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया.

तुर्की ने कहा कि लोग यूएई के इस कपटपूर्ण बर्ताव को कभी नहीं भूलेंगे और न ही माफ करेंगे.

यूएई ने कभी इजराइल के साथ युद्ध नहीं लड़ा और दोनों देशों के बीच कई सालों से संबंध सुधारने की कवायद जारी थी.

यूएई का कहना है कि इस समझौते से इजराइल की उस योजना पर लगाम लगी है जिसके तहत वह पश्चिमी तट के कब्जे वाले इलाकों पर एकतरफा अधिकार करना चाहता था.

लेकिन तुर्की के विदेश मंत्रालय का कहना है कि यूएई को फिलिस्तीन की ओर से इजराइल के साथ समझौता करने का कोई अधिकार नहीं है.

तुर्की ने कहा कि फिलिस्तीन के लिए महत्व रखने वाले मुद्दों पर बात करने का यूएई को कोई हक नहीं है.

पढ़ें - इजराइल-यूएई के बीच 'दुश्मनी' खत्म, संपन्न हुआ एतिहासिक समझौता

इस समझौते से मिस्र और जॉर्डन के बाद यूएई, इजराइल के साथ पूर्ण राजनयिक संबंध रखने वाला तीसरा अरब देश बन जाएगा.

फिलिस्तीन ने इस समझौते को 'गद्दारी' करार दिया है और अरब और मुस्लिम देशों से इसका विरोध करने को कहा है.

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