दमिश्क : सीरिया के उत्तर-पश्चिम स्थित इदलिब प्रांत के अरिहा शहर में विद्रोहियों से कब्जा वापस लेने की कार्रवाई के दौरान सरकारी बलों द्वारा की गई बमबारी में चार बच्चों और एक महिला समेत 10 लोगों की मौत हो गई.
संयुक्त राष्ट्र के उप क्षेत्रीय मानवीय समन्वय मार्क कट्स ने बमबारी की इस घटना को चौंकाने वाला करार दिया. वहीं संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) ने एक बयान में कहा, 'आज की हिंसक घटना इस बात की दोबारा याद दिलाती है कि सीरिया में अभी युद्ध समाप्त नहीं हुआ है. बच्चों समेत आम नागरिक पिछले एक दशक से जारी हिंसा की आग में झुलस रहे हैं.
मार्च 2020 के बाद से उत्तर-पश्चिम में तुर्की और रूस के विपक्ष और सीरियाई सरकार के सहयोगियों द्वारा बातचीत किए जाने के बाद ये किए गए हमलों में से एक बड़ा हमला था. हालांकि संघर्ष विराम का बार-बार उल्लंघन किया गया है और सरकारी बल अक्सर उन क्षेत्रों को अपने नियंत्रण से बाहर करने के लिए गोलीबारी करते हैं.
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सीरिया का संघर्ष मार्च 2011 में शुरू हुआ था और इसमें अभी तक 3,50,000 से 4,50,000 लोग मारे जा चुके हैं और देश की आधी आबादी विस्थापित हो चुकी है जिसमें 50 लाख लोग विदेश में शरणार्थी हैं.
वहीं सीरिया की राजधानी दमिश्क में बुधवार सुबह हुए बम विस्फोट में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है. सेना की एक बस सड़क के किनारे लगाए गए दो बमों की चपेट में गई थी. इस धमाके में कई लोगों घायल भी हुए हैं. विस्फोट सीरिया की राजधानी में एक व्यस्त इलाके में हुआ.