नई दिल्लीः भारत ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया है. विश्व के कई देश कश्मीर मुद्दे पर समर्थन कर चुके है. दो अक्टूबर को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने सऊदी क्राउन प्रिंस से मुलाकात की.
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक मुलाकात के दौरान प्रिंस ने कहा कि कश्मीर में भारत के द्वारा उठाए गए कदम का सऊदी समर्थन करता है. सऊदी ने कहा कि वह कश्मीर में भारत द्वारा की गई कार्रवाई को समझता है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सऊदी अरब के सऊदी अरब की राजधानी रियाद में साऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्म्द बिन सलमान और अजीत डोभाल के बीच दो घंटे की बैठक हुई. इस बैठक में दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई.
सूत्रों ने बताया कि बैठक में जम्मू और कश्मीर का मुद्दा भी चर्चा में था और सऊदी प्रिंस ने जम्मू और कश्मीर में भारत की पहुंच और कार्रवाई पर अपनी समझ व्यक्त की है. सऊदी अरब का यह बयान पाकिस्तान के इमरान खान के अरब दौरे के बाद आया है.
बता दें कि पांच अगस्त को भारत ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया और राज्य को दो नए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया.
इसके बाद से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कश्मीर को लेकर सऊदी अरब समेत दुनिया भर के देशों से समर्थन मांगने गए लेकिन उन्हें कही से मदद नहीं मिली.
सूत्रों ने कहा कि डोभाल की यह यात्रा दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है. इससे दोनों देश के बीच आपसी संबंध मजबूत होने का संकेत मिलता है.
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी और एनएसए अजीत डोभाल ने पिछले पांच वर्षों में सऊदी के साथ रिश्तों को और मजबूत किया है. इन्हें दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सुरक्षा और खुफिया सहयोग का भी श्रेय जाता है.
सूत्रों ने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंध को और मजबूती प्रदान करेगी. ऐसे समय में सहयोग के विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करेगी जब सऊदी अरब अपनी अर्थव्यवस्था को क्राउन प्रिंस के दृष्टिकोण से 2030 के अनुरूप विविधता लाने के लिए देख रहा है.
बता दें कि सऊदी अरब ने घोषणा किया है कि वह भारत में लगभग 100 बिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश करेगा.
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एनएसए डोभाल ने अपने सऊदी समकक्ष मुसैद अल अल्बन के साथ भी बैठक की, जो सऊदी अरब के राजनीतिक और सुरक्षा मामलों की परिषद की अध्यक्षता करते हैं. वह राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा प्राधिकरण के अध्यक्ष भी हैं.
सूत्रों ने कहा, दोनों ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की.