दुबई : ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने चेतावनी दी कि नातान्ज में देश के मुख्य परमाणु संवर्द्धन केंद्र पर हुए हमले से वियना में विश्व के शक्तिशाली देशों के साथ उसके परमाणु समझौते को लेकर चल रही वार्ता संकट में पड़ सकती है.
जरीफ की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिका ने इस बात पर जोर दिया कि नातान्ज परमाणु संवर्द्धन केंद्र में रविवार को हुई घटना से उसका कोई लेना-देना नहीं है.
वहीं, इजराइल ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन व्यापक स्तर पर यह माना जा रहा है कि उसने सेंट्रीफ्यूज को नुकसान पहुंचाने वाले इस हमले को अंजाम दिया.
जरीफ ने तेहरान में कहा अमेरिकियों को जानना चाहिए कि ना तो प्रतिबंध ना ही नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियां उनके लिए वार्ता की गुंजाइश बनाएगी. उन्हें जानना चाहिए कि ये हरकतें उनके लिए हालात को सिर्फ मुश्किल ही बनाएंगी.
इजराइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने और नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधि के पीछे मौजूद घरेलू नेटवर्क की पहचान करने तथा उसे नष्ट करने का अनुरोध किया गया है.
ईरान के परमाणु संवर्द्धन केंद्र को नुकसान पहुंचाने में अमेरिका की मुख्य भूमिका प्रदर्शित करने वाले सबूत होने के बावजूद दुर्भाग्य से कुछ लोग अमेरिका को जिम्मेदार नहीं ठहरा रहे हैं.
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ईरान ने नातान्ज परमाणु केंद्र पर हमले के लिए सोमवार को इज़राइल को जिम्मेदार ठहराया था. इस हमले में परमाणु केंद्र का सेंट्रीफ्यूज़ क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसका इस्तेमाल वहां पर यूरेनियम संवर्धन के लिए किया जाता है.