वाशिंगटन: हिंद प्रशांत क्षेत्र (Indo Pecific) की सुरक्षा को और बेहतर करने लिए भारत और अमेरिका एक साथ काम करने वाले हैं. ताजा बयान में अमरीकी व्हाइट हाउस ने कहा है कि स्वतंत्र और मुक्त हिंद प्रशांत को बढ़ावा देने के लिए और अपने लोगों को अवसर, सुरक्षा, स्वतंत्रता और सम्मान दिलाने के उद्देश्य से अमेरिका, भारत के साथ मिलकर (US will work with India to promote a free Indo-Pacific) काम करेगा. व्हाइट हाउस (White House) की प्रेस सचिव कैरन ज्यां पियरे (Caron Jean Pierre) ने यह बात मंगलवार को दैनिक प्रेस वार्ता के दौरान संवाददाताओं से कही.
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका बहुत से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में साझेदार हैं, जिसमें रक्षा, टीका, जलवायु और प्रौद्योगिकी शामिल है. यह पूछे जाने पर कि अगले 25 वर्षों में या साल 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अमेरिका किस प्रकार सहायता कर सकता है, तो पियरे ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क लगातार बढ़ रहा है. इसके अलावा एक सवाल के जवाब में पियरे ने कहा कि अमेरिका अपने लोगों को अवसर, सुरक्षा, स्वतंत्रता और सम्मान दिलाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेगा.
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गौरतलब है कि चीन ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में आक्रामक रुख अपना रहा है, जिसे लेकर कैरन ज्यां पियरे ने कहा कि अमेरिका एक स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र की दिशा में आगे बढ़ने और दुनिया भर में दोनों देशों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए भारत के साथ काम करना जारी रखेगा. भारत के साथ हमारी साझेदारी में यही हमारी प्रतिबद्धता है.
चीन दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर दोनों में क्षेत्रीय विवादों में उलझा हुआ है. चीन पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपनी संप्रभुता का दावा करता है. हालांकि वियतनाम, मलेशिया, फिलीपींस, ब्रुनेई और ताइवान के इसे लेकर अपने दावे हैं.
(पीटीआई-भाषा)