वाशिंगटन: अमेरिका के एक सांसद ने 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की है. इनमें से कई पीड़ित अमेरिका में आकर बस गए हैं. सांसद डोनाल्ड नोरक्रॉस ने प्रतिनिधि सभा में कहा, '1984 में एक नवंबर और तीन नवंबर के बीच इस अनुचित हिंसा में मारे गए सिखों की याद में और दक्षिण जर्सी में उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे लोगों के सम्मान में, मैं सिख भाइयों एवं बहनों के प्रति एकजुटता व्यक्त करता हूं.'
उन्होंने कहा, 'मैं दक्षिण जर्सी में सिख समुदाय के साथ एकजुटता व्यक्त करता हूं. भारत में तीन दिन से अधिक समय तक चले सिख विरोधी दंगों में सिखों के नरसंहार की घटना को इस महीने 38 साल हो गए.' सांसद ने कहा, 'भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद यह नरसंहार किया गया.
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सामूहिक बलात्कार और पीट-पीटकर मार डालने की कई घटनाएं हुईं. सिखों के घर एवं उनके कारोबारों को नष्ट कर दिया गया. केवल उनकी आस्था एवं उनके धर्म के कारण उनकी हत्या की गई.' नोरक्रॉस ने कहा, 'इस नरसंहार के बाद कुछ सिखों ने भारत से निकल जाना उचित समझा. इनमें से आज कई दक्षिण जर्सी को अपना घर समझते हैं. उन्होंने हमारे क्षेत्र को शैक्षणिक, आर्थिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाने में भूमिका निभाई.'
(पीटीआई-भाषा)