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परमाणु हमले को लेकर पुतिन ने स्पष्ट किया रुख, पश्चिमी देशों पर भी दिया बड़ा बयान - परमाणु हथियारों का इस्तेमाल

पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध को रूस और पश्चिमी देशों के बीच एक अस्तित्वगत लड़ाई के रूप में बताया है. पश्चिमी देशों के बारे में उनका कहना है कि वह रूस को नष्ट करना चाहते हैं और इसके विशाल प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण करना चाहता है.

विशेषज्ञों ने कहा, पुतिन के परमाणु हथियारों की धमकी फिलहाल केवल झांसा, आगे का कह नहीं सकते
विशेषज्ञों ने कहा, पुतिन के परमाणु हथियारों की धमकी फिलहाल केवल झांसा, आगे का कह नहीं सकते
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Published : Oct 28, 2022, 6:10 AM IST

Updated : Oct 28, 2022, 6:48 AM IST

लंदन: दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु शक्ति पर शासन करने वाले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बार-बार पश्चिम के देशों को आगाह किया है कि रूस पर किसी भी हमले से परमाणु प्रतिक्रिया भड़क सकती है. क्या पुतिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे, उनके पास ऐसे कितने हथियार हैं और संयुक्त राज्य अमेरिका और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन का जवाब कैसे हो सकता है? क्या पुतिन परमाणु युद्ध शुरू करेंगे? यह बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि पुतिन रूस और उसके शासन के लिए खतरे को कैसे समझते हैं,

पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध को रूस और पश्चिमी देशों के बीच एक अस्तित्वगत लड़ाई के रूप में बताया है. पश्चिमी देशों के बारे में उनका कहना है कि वह रूस को नष्ट करना चाहता है और इसके विशाल प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण करना चाहता है. पुतिन ने पश्चिम को चेतावनी दी कि वह झांसा नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा है कि वह रूस की रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का उपयोग करने से भी नहीं हिचकेंगे. कुछ विश्लेषकों का कहना है कि पुतिन झांसा दे रहे हैं लेकिन वाशिंगटन पुतिन को गंभीरता से ले रहा है.

पढ़ें:जेलेंस्की का दावा, पुतिन ने 400 ईरानी ड्रोन का किया इस्तेमाल

रूस के हिस्से के रूप में यूक्रेन के 18% हिस्से पर दावा करने से, परमाणु खतरों की गुंजाइश बढ़ जाती है क्योंकि पुतिन इन क्षेत्रों पर कोई भी बड़ा हमला कर सकते हैं. रूस के परमाणु सिद्धांत कहते हैं कि जब भी रूसी संघ के खिलाफ हमला हो और राज्य के अस्तित्व को खतरा हो तो दुश्मन पर परमाणु हमला किया जा सकता है. हालांकि, कई रूसी यूक्रेनी क्षेत्र में रहते हैं जिसे पुतिन ने रूस के हिस्से के रूप में घोषित किया है. प्राग स्थित एक सैन्य विश्लेषक यूरी फेडोरोव ने कहा कि वह अभी झांसा दे रहा है.

लेकिन अब से एक हफ्ते या एक महीने में क्या होगा यह कहना मुश्किल है. यदि पुतिन को ऐसा लगेगा कि वह युद्ध हार गये हैं तो वह कुछ भी कर सकते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या पुतिन परमाणु हमले की ओर बढ़ रहे हैं, सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने सीबीएस से कहा कि हमें उनकी तरह की धमकियों को बहुत गंभीरता से लेना होगा. यहां सब कुछ दांव पर लगा है. हालांकि बर्न्स ने कहा कि अमेरिकी खुफिया विभाग के पास इस बात का कोई 'व्यावहारिक सबूत' नहीं है कि पुतिन जल्द ही सामरिक परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की ओर बढ़ रहे हैं.

किसी भी रूसी अधिकारी ने संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, यूरोप और एशिया के शहरों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किए गए हथियारों के साथ रणनीतिक परमाणु हथियारों की स्ट्राइक का आह्वान नहीं किया है. रूस के चेचन्या क्षेत्र के प्रमुख रमजान कादिरोव ने कहा कि मास्को को यूक्रेन में कम हानिकारक परमाणु हथियार का उपयोग करने पर विचार करना चाहिए. ऐसे परमाणु हथियार अनिवार्य रूप से 'सामरिक' उद्देश्य के लिए युद्ध के मैदान में उपयोग किए जाते हैं. जो बड़े बमों की तुलना में बहुत कम शक्तिशाली होते हैं. बड़े परमाणु बम मास्को, वाशिंगटन या लंदन जैसे बड़े शहरों को नष्ट कर सकते हैं.

लंदन: दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु शक्ति पर शासन करने वाले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बार-बार पश्चिम के देशों को आगाह किया है कि रूस पर किसी भी हमले से परमाणु प्रतिक्रिया भड़क सकती है. क्या पुतिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे, उनके पास ऐसे कितने हथियार हैं और संयुक्त राज्य अमेरिका और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन का जवाब कैसे हो सकता है? क्या पुतिन परमाणु युद्ध शुरू करेंगे? यह बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि पुतिन रूस और उसके शासन के लिए खतरे को कैसे समझते हैं,

पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध को रूस और पश्चिमी देशों के बीच एक अस्तित्वगत लड़ाई के रूप में बताया है. पश्चिमी देशों के बारे में उनका कहना है कि वह रूस को नष्ट करना चाहता है और इसके विशाल प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण करना चाहता है. पुतिन ने पश्चिम को चेतावनी दी कि वह झांसा नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा है कि वह रूस की रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का उपयोग करने से भी नहीं हिचकेंगे. कुछ विश्लेषकों का कहना है कि पुतिन झांसा दे रहे हैं लेकिन वाशिंगटन पुतिन को गंभीरता से ले रहा है.

पढ़ें:जेलेंस्की का दावा, पुतिन ने 400 ईरानी ड्रोन का किया इस्तेमाल

रूस के हिस्से के रूप में यूक्रेन के 18% हिस्से पर दावा करने से, परमाणु खतरों की गुंजाइश बढ़ जाती है क्योंकि पुतिन इन क्षेत्रों पर कोई भी बड़ा हमला कर सकते हैं. रूस के परमाणु सिद्धांत कहते हैं कि जब भी रूसी संघ के खिलाफ हमला हो और राज्य के अस्तित्व को खतरा हो तो दुश्मन पर परमाणु हमला किया जा सकता है. हालांकि, कई रूसी यूक्रेनी क्षेत्र में रहते हैं जिसे पुतिन ने रूस के हिस्से के रूप में घोषित किया है. प्राग स्थित एक सैन्य विश्लेषक यूरी फेडोरोव ने कहा कि वह अभी झांसा दे रहा है.

लेकिन अब से एक हफ्ते या एक महीने में क्या होगा यह कहना मुश्किल है. यदि पुतिन को ऐसा लगेगा कि वह युद्ध हार गये हैं तो वह कुछ भी कर सकते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या पुतिन परमाणु हमले की ओर बढ़ रहे हैं, सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने सीबीएस से कहा कि हमें उनकी तरह की धमकियों को बहुत गंभीरता से लेना होगा. यहां सब कुछ दांव पर लगा है. हालांकि बर्न्स ने कहा कि अमेरिकी खुफिया विभाग के पास इस बात का कोई 'व्यावहारिक सबूत' नहीं है कि पुतिन जल्द ही सामरिक परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की ओर बढ़ रहे हैं.

किसी भी रूसी अधिकारी ने संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, यूरोप और एशिया के शहरों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किए गए हथियारों के साथ रणनीतिक परमाणु हथियारों की स्ट्राइक का आह्वान नहीं किया है. रूस के चेचन्या क्षेत्र के प्रमुख रमजान कादिरोव ने कहा कि मास्को को यूक्रेन में कम हानिकारक परमाणु हथियार का उपयोग करने पर विचार करना चाहिए. ऐसे परमाणु हथियार अनिवार्य रूप से 'सामरिक' उद्देश्य के लिए युद्ध के मैदान में उपयोग किए जाते हैं. जो बड़े बमों की तुलना में बहुत कम शक्तिशाली होते हैं. बड़े परमाणु बम मास्को, वाशिंगटन या लंदन जैसे बड़े शहरों को नष्ट कर सकते हैं.

Last Updated : Oct 28, 2022, 6:48 AM IST
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