लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जमान पार्क स्थित आवास पर कथित रूप से छिपे हुए “आतंकवादियों” को गिरफ्तार करने के लिए तलाशी अभियान चलाने वाली पंजाब पुलिस की टीम खाली हाथ लौट गई. खान के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
समाचार पत्र ‘डॉन’ के मुताबिक इस टीम में लाहौर के आयुक्त मोहम्मद अली रंधावा, लाहौर के उपायुक्त राफिया हैदर, डीआईजी अभियान सादिक डोगर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (अभियान) सोहैब शामिल थे. इससे कुछ घंटे पहले पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख खान के आवास पर विस्तृत तलाशी अभियान के लिए वारंट हासिल किया था.
समाचारपत्र ‘डॉन’ ने कहा कि अवास के प्रवेश तथा निकास द्वारों तक की सघन जांच की गई और इसका मुख्य उद्देश्य वहां छिपे ‘‘आतंकवादियों’’ की तलाश करना था.
बुधवार को पंजाब सरकार ने दावा किया था कि ‘30 से 40’ आतंकवादी खान के जमान पार्क स्थित आवास के अंदर छिपे हुए हैं और खान को उन्हें सौंपने के लिए 24 घंटे का समय दिया था.
हालांकि, खबर में बताया गया है कि खान के मुख्य सुरक्षा अधिकारी इफ्तिखार गुमान ने कहा कि पंजाब पुलिस जमान पार्क से “खाली हाथ” लौटी है.
खान के आवास के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए गुमान ने कहा, “मुझे लगता है कि वे समझ गए हैं कि यहां कुछ भी नहीं है. यहां उन्हें केवल पानी और बिस्कुट ही मिले. हमने आपके सामने उनके लिए घर के दरवाजे खोल दिए। अब आप उनसे पूछिए कि उन्हें क्या मिला.”
बुधवार को, पंजाब सरकार ने दावा किया था कि “30 से 40 आतंकवादी खान के आवास के अंदर छिपे हुए हैं.”
सरकार ने ‘पीटीआई’ को आतंकवादियों को सौंपने के लिए 24 घंटे का समय दिया था। हालांकि, बृहस्पतिवार को समय सीमा समाप्त होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई.
इस बीच लाहौर कैपिटल सिटी पुलिस के अधिकारी बिलाल सद्दिकी कामयाना ने दावा किया कि खान के जमान पार्क स्थित आवास से भागने की कोशिश कर रहे छह और ‘आतंकवादियों’ को गिरफ्तार किया गया है.
शुक्रवार को यहां स्थित आतंकवाद रोधी अदालत ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान (70) को आतंकवाद से जुड़े तीन मामलों में दो जून तक गिरफ्तारी से राहत प्रदान करते हुए जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान की आतंकवाद रोधी अदालत ने इमरान खान को अग्रिम जमानत दी