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Jahavi Kandula death case: जाह्ववी कंडुला मौत मामले में सिएटल पुलिस ने कहा- अधिकारी की टिप्पणियों को गलत रूप में लिया गया

सिएटल पुलिस विभाग द्वारा सोमवार को जारी किए गए 'बॉडीकैम फुटेज' में अधिकारी डेनियल ऑडरर को इस घातक दुर्घटना के बारे में हंसकर बात करते पाया गया. इसी के साथ वह डेव की गलती की गुंजाइश को खारिज करते हुए भी नजर आ रहे हैं.

Jahavi Kandula death case
जाह्वी कांडुला मौत मामला
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 16, 2023, 11:18 AM IST

वाशिंगटन: 'सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड' ने भारतीय छात्रा जाह्ववी कंडुला की इस साल की शुरुआत में हुई मौत के बाद असंवेदनशील टिप्पणियां करते पाए गए अपने एक अधिकारी का शुक्रवार को बचाव करते हुए कहा कि मीडिया ने पुलिस कार्रवाई के जो वायरल वीडियो साझा किए हैं, वो पूरी कहानी और पूरा संदर्भ नहीं बयां करते. वाशिंगटन स्थित नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी की छात्रा कंडुला जब 23 जनवरी 2023 को सड़क पार कर रही थी, तब पुलिस के एक वाहन ने उसे टक्कर मार दी थी. इस वाहन को केविन डेव नाम का अधिकारी चला रहा था. वह मादक पदार्थ के 'ओवरडोज' से जुड़े एक मामले की सूचना पर गति सीमा का उल्लंघन करके 119 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिक रफ्तार से वाहन चला रहा था.

सिएटल पुलिस विभाग द्वारा सोमवार को जारी किए गए 'बॉडीकैम फुटेज' में अधिकारी डेनियल ऑडरर को इस घातक दुर्घटना के बारे में हंसकर बात करते पाया गया. इसी के साथ वह डेव की गलती की गुंजाइश को खारिज करते हुए भी नजर आ रहे हैं. बॉडीकैम रिकॉर्डिंग वीडियो में ऑडररन को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि 'हां, बस एक चेक काटो... 11,000 अमेरिकी डॉलर का. वह वैसे भी 26 साल की थी. उसके जीवन की कीमत सीमित थी.'

गिल्ड ने एक बयान में कहा, 'इस वीडियो ने बातचीत का केवल एक पक्ष दिखाया. इसके अलावा भी बहुत विवरण और बारीकियां हैं, जिन्हें अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है...' उसने ऑडरर का लिखा एक पत्र जारी किया, जिसमें अधिकारी ने कहा कि वह वकीलों का उपहास उड़ाते हुए ये टिप्पणियां कर रहे थे. ऑडरर ने तीन अगस्त को पुलिस जवाबदेही कार्यालय को लिखे पत्र में कहा कि उन्हें इन घटनाओं से जुड़ी मुकदमेबाजी की बेहुदगी और इन घटनाओं में एक त्रासदी पर दो पक्षों के बीच होने वाली 'सौदेबाजी' पर हंसी आती है.

उन्होंने कहा, 'उस समय मुझे लगा था कि यह बातचीत निजी है और इसे रिकॉर्ड नहीं किया जा रहा. यह बातचीत भी मेरे कर्तव्यों के दायरे में नहीं थी.' ऑडरर ने कहा, 'मुझे 23 जनवरी 2023 को शहर में एक वाहन से हुई घातक टक्कर के बाद सहायता के लिए भेजा गया था.' उन्होंने कहा, 'घर जाते समय मैंने माइक सोलन को फोन किया, ताकि मैं उन्हें घटना की ताजा जानकारी दे सकूं. कॉल पर हुई बातचीत अनजाने में मेरे बीडब्ल्यूवी पर रिकॉर्ड हो गई. बातचीत मेरी गश्ती कार में हुई. मैं उसमें अकेला था. उस फोन कॉल के दौरान माइक ओलान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब वकील 'मानव जीवन की कीमत' पर बहस करेंगे.'

ऑडरर ने लिखा, 'माइक सोलन ने मुझसे कहा : 'ऐसे मामलों में वकील क्या बेकार की दलीलें दे सकते हैं? क्या वे अजीब बातें कर सकते हैं.' इसके जवाब में मैंने कहा : 'वह 26 साल की है. उसकी जान की क्या कीमत है, किसे परवाह है.' इस टिप्पणी का उद्देश्य वकीलों का मजाक उड़ाना था. मैं यह बताने की कोशिश कर रहा था कि इस मामले में बहस करने वाले वकील क्या दलीलें दे सकते हैं.' 'सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड' ने कहा कि मीडिया द्वारा साझा किए गए पुलिस कार्रवाई से संबंधित कुछ वायरल वीडियो पूरी कहानी/संदर्भ को बयां नहीं करते.

पढ़ें: Jaahnavi Kandula Accident : अमेरिकी पुलिस के रवैए पर भारत सख्त, दिया कड़ा संदेश

इस बीच, ऑडरर की सेवाएं समाप्त करने की मांग करते हुए हजारों लोगों ने एक ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर किए.

पीटीआई-भाषा

वाशिंगटन: 'सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड' ने भारतीय छात्रा जाह्ववी कंडुला की इस साल की शुरुआत में हुई मौत के बाद असंवेदनशील टिप्पणियां करते पाए गए अपने एक अधिकारी का शुक्रवार को बचाव करते हुए कहा कि मीडिया ने पुलिस कार्रवाई के जो वायरल वीडियो साझा किए हैं, वो पूरी कहानी और पूरा संदर्भ नहीं बयां करते. वाशिंगटन स्थित नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी की छात्रा कंडुला जब 23 जनवरी 2023 को सड़क पार कर रही थी, तब पुलिस के एक वाहन ने उसे टक्कर मार दी थी. इस वाहन को केविन डेव नाम का अधिकारी चला रहा था. वह मादक पदार्थ के 'ओवरडोज' से जुड़े एक मामले की सूचना पर गति सीमा का उल्लंघन करके 119 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिक रफ्तार से वाहन चला रहा था.

सिएटल पुलिस विभाग द्वारा सोमवार को जारी किए गए 'बॉडीकैम फुटेज' में अधिकारी डेनियल ऑडरर को इस घातक दुर्घटना के बारे में हंसकर बात करते पाया गया. इसी के साथ वह डेव की गलती की गुंजाइश को खारिज करते हुए भी नजर आ रहे हैं. बॉडीकैम रिकॉर्डिंग वीडियो में ऑडररन को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि 'हां, बस एक चेक काटो... 11,000 अमेरिकी डॉलर का. वह वैसे भी 26 साल की थी. उसके जीवन की कीमत सीमित थी.'

गिल्ड ने एक बयान में कहा, 'इस वीडियो ने बातचीत का केवल एक पक्ष दिखाया. इसके अलावा भी बहुत विवरण और बारीकियां हैं, जिन्हें अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है...' उसने ऑडरर का लिखा एक पत्र जारी किया, जिसमें अधिकारी ने कहा कि वह वकीलों का उपहास उड़ाते हुए ये टिप्पणियां कर रहे थे. ऑडरर ने तीन अगस्त को पुलिस जवाबदेही कार्यालय को लिखे पत्र में कहा कि उन्हें इन घटनाओं से जुड़ी मुकदमेबाजी की बेहुदगी और इन घटनाओं में एक त्रासदी पर दो पक्षों के बीच होने वाली 'सौदेबाजी' पर हंसी आती है.

उन्होंने कहा, 'उस समय मुझे लगा था कि यह बातचीत निजी है और इसे रिकॉर्ड नहीं किया जा रहा. यह बातचीत भी मेरे कर्तव्यों के दायरे में नहीं थी.' ऑडरर ने कहा, 'मुझे 23 जनवरी 2023 को शहर में एक वाहन से हुई घातक टक्कर के बाद सहायता के लिए भेजा गया था.' उन्होंने कहा, 'घर जाते समय मैंने माइक सोलन को फोन किया, ताकि मैं उन्हें घटना की ताजा जानकारी दे सकूं. कॉल पर हुई बातचीत अनजाने में मेरे बीडब्ल्यूवी पर रिकॉर्ड हो गई. बातचीत मेरी गश्ती कार में हुई. मैं उसमें अकेला था. उस फोन कॉल के दौरान माइक ओलान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब वकील 'मानव जीवन की कीमत' पर बहस करेंगे.'

ऑडरर ने लिखा, 'माइक सोलन ने मुझसे कहा : 'ऐसे मामलों में वकील क्या बेकार की दलीलें दे सकते हैं? क्या वे अजीब बातें कर सकते हैं.' इसके जवाब में मैंने कहा : 'वह 26 साल की है. उसकी जान की क्या कीमत है, किसे परवाह है.' इस टिप्पणी का उद्देश्य वकीलों का मजाक उड़ाना था. मैं यह बताने की कोशिश कर रहा था कि इस मामले में बहस करने वाले वकील क्या दलीलें दे सकते हैं.' 'सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड' ने कहा कि मीडिया द्वारा साझा किए गए पुलिस कार्रवाई से संबंधित कुछ वायरल वीडियो पूरी कहानी/संदर्भ को बयां नहीं करते.

पढ़ें: Jaahnavi Kandula Accident : अमेरिकी पुलिस के रवैए पर भारत सख्त, दिया कड़ा संदेश

इस बीच, ऑडरर की सेवाएं समाप्त करने की मांग करते हुए हजारों लोगों ने एक ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर किए.

पीटीआई-भाषा

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