ETV Bharat / international

वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में बनी रहेगी: निर्मला सीतारमण - IMF Committee in Washington DC

आईएमएफ समिति की पूर्ण बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में बनी रहेगी.

Nirmala Sitharaman attends plenary meeting of the IMF Committee in Washington DC todayEtv Bharat
निर्मला सीतारमण अमेरिका में आईएमएफ की बैठक में हुईं शामिलEtv Bharat
author img

By

Published : Oct 15, 2022, 8:46 AM IST

Updated : Oct 15, 2022, 9:43 AM IST

वाशिंगटन: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वाशिंगटन में आईएमएफ मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा और वित्तीय समिति की पूर्ण बैठक में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने कहा,' वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में बनी रहेगी और वित्त वर्ष 2022-23 में 7प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि 'तनावपूर्ण' और 'अनिश्चित' भू-राजनीतिक संकट सर्दियों में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस जैसे महत्वपूर्ण जिंसों की आपूर्ति में नयी चिंताओं को पैदा कर सकता है. उन्होंने साथ ही मजबूत व्यापक आर्थिक बुनियादी पहलुओं और सरकार के संरचनात्मक सुधारों के आधार पर भारत के आर्थिक दृष्टिकोण पर आशावाद व्यक्त किया.

ये भी पढ़ें- विदेश मंत्री जयशंकर ने मिस्र की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा शुरू की

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का वैश्विक ऊर्जा प्रणाली पर बुरा प्रभाव पड़ा है. इसके कारण आपूर्ति और मांग बाधित हुई है और विभिन्न देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे व्यापारिक संबंधों में खटास आई है. सीतारमण ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की विकास समिति की बैठक में विश्व बैंक समूह को संसाधन जुटाने के लिए अभिनव तरीके तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया.

वाशिंगटन: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वाशिंगटन में आईएमएफ मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा और वित्तीय समिति की पूर्ण बैठक में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने कहा,' वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में बनी रहेगी और वित्त वर्ष 2022-23 में 7प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि 'तनावपूर्ण' और 'अनिश्चित' भू-राजनीतिक संकट सर्दियों में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस जैसे महत्वपूर्ण जिंसों की आपूर्ति में नयी चिंताओं को पैदा कर सकता है. उन्होंने साथ ही मजबूत व्यापक आर्थिक बुनियादी पहलुओं और सरकार के संरचनात्मक सुधारों के आधार पर भारत के आर्थिक दृष्टिकोण पर आशावाद व्यक्त किया.

ये भी पढ़ें- विदेश मंत्री जयशंकर ने मिस्र की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा शुरू की

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का वैश्विक ऊर्जा प्रणाली पर बुरा प्रभाव पड़ा है. इसके कारण आपूर्ति और मांग बाधित हुई है और विभिन्न देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे व्यापारिक संबंधों में खटास आई है. सीतारमण ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की विकास समिति की बैठक में विश्व बैंक समूह को संसाधन जुटाने के लिए अभिनव तरीके तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया.

Last Updated : Oct 15, 2022, 9:43 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.