वाशिंगटन डीसी : अमेरिकी संस्था नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के अनुसार 3 जुलाई पृथ्वी पर सबसे गर्म दिन के रूप में दर्ज किया गया. द हिल ने संस्था के हवाले से यह जानकारी दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, मेन विश्वविद्यालय ने आंकड़ों का विश्लेषण किया है. इस विश्लेषण के तीन जुलाई को ग्रह की सतह से 2 मीटर ऊपर औसत वैश्विक हवा का तापमान 62.62 डिग्री फ़ारेनहाइट या 17.01 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले के रॉबर्ट रोहडे ने मंगलवार (स्थानीय समय) को ट्विटर पर कहा कि एनसीईपी (नेशनल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल प्रेडिक्शन) ने सोमवार को पृथ्वी के औसत तापमान को मनुष्यों द्वारा मापा गया अब तक का सबसे गर्म दिन बताया है. ऐसा ग्लोबल वार्मिंग के शीर्ष पर एल नीनो की उपस्थित के कारण हुआ है. उन्होंने कहा कि हम अगले 6 हफ्तों में कुछ और भी गर्म दिन देख सकते हैं.
एनओएए के अनुसार, स्पैनिश में अल नीनो का मतलब छोटा लड़का होता है. दक्षिण अमेरिकी मछुआरों ने पहली बार 1600 के दशक में प्रशांत महासागर में असामान्य रूप से गर्म मौसम एहसास किया था. वैज्ञानिकों के मुताबिक, अल नीनो हमारे मौसम को काफी प्रभावित कर सकता है. इसके कारण गर्म पानी की लहर प्रशांत जेट स्ट्रीम अपनी तटस्थ स्थिति से दक्षिण की ओर बढ़ने लगी है. इस बदलाव के कारण उत्तरी अमेरिका और कनाडा के क्षेत्र सामान्य से अधिक शुष्क और गर्म हो गए हैं. लेकिन अमेरिकी खाड़ी तट और दक्षिणपूर्व में, इन अवधियों में सामान्य से अधिक नमी होती है.
द हिल के अनुसार, रोहडे ने यह भी चेतावनी दी कि मानवता को अगले डेढ़ महीने में और अधिक झुलसाने वाले तापमान की उम्मीद करनी चाहिए. द हिल वाशिंगटन, डीसी में स्थित एक अमेरिकी समाचार पत्र और डिजिटल मीडिया कंपनी है. सोमवार के तापमान ने जुलाई 2022 और अगस्त 2016 में 62.46 डिग्री फारेनहाइट या 16.92 डिग्री सेल्सियस के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया.
इस बीच, क्लाइमेट रीएनालाइजर परियोजना में मेन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने कहा कि क्यूबेक और उत्तर-पश्चिमी कनाडा और पेरू में तापमान रिकॉर्ड 3 और 4 जुलाई को पार कर गया. नेशनल वेदर सर्विस के मौसम विज्ञानी जैक टेलर ने कहा कि मेडफोर्ड, ओरेगॉन से लेकर टाम्पा, फ्लोरिडा तक पूरे अमेरिका के शहर सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर हैं. द हिल की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग में पिछले सप्ताह लगातार 9 दिन तापमान 35 C (95 F) से अधिक रहा.
यह वैश्विक रिकॉर्ड प्रारंभिक है, जिसे नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एसोसिएशन जैसी स्वर्ण-मानक जलवायु माप संस्थाओं से मंजूरी मिलनी बाकी है. लेकिन यह इस बात का संकेत है कि जलवायु परिवर्तन अज्ञात क्षेत्र में पहुंच रहा है.
(एएनआई)