वाशिंगटन: आगामी 22 जून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर जाने वाले हैं. ऐसे में इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि पिछले एक दशक में भारत और अमेरिका के रिश्ते में सुधार हुआ है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के शीर्ष अधिकारी कर्ट कैंपबेल ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच एक दशक पहले रिश्ते ठीक नहीं थे, लेकिन अब भारत और अमेरिका के रिश्तों में विश्वास बढ़ा है. कर्ट कैंपबेल ने कहा कि मुझे लगता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच जो रिश्ते विकसित हुए हैं, वह भरोसेमंद हैं.
उन्होंने कहा कि वैश्विक मंच पर संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए भारत का संबंध सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंध है और हम प्रभावी रूप से इसे एक प्रकार से पलायन वेग बनाते हैं. यात्रा के संभावित परिणामों पर बात करते हुए कर्ट ने कहा कि उन क्षेत्रों के बारे में चर्चा होगी जहां हम एकजुट हैं और जिन क्षेत्रों में अभी भी हमारी चिंताएं हैं. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों लोकतांत्रिक देश हैं. ऐसे में हम दोनों के सामने एक जैसी चुनौतियां हैं.
उन्होंने कहा कि विश्व मंच पर भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को दुनिया पहचान रही है और यह केवल रणनीतिक नहीं है. दुनिया भर के कई ऐसे समूह हैं कि जो भारत के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं और भारत में निवेश करना चाहते है. तो वहीं, कुछ लोग नए निवेश अवसरों और सबसे प्रभावशाली प्रवासियों के साथ विश्व स्तर पर विविधता लाने की रणनीति के हिस्से के रूप में देख रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि मैंने अमेरिका में भारतीय अमेरिकियों के साथ काम किया है, जो आगे बढ़ने पर गर्व और प्रसन्नता महसूस करते हैं. मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद से लोग और अधिक निवेश करेंगे. उन्होंने कहा हमारे विश्वविद्यालयों को कई और इंजीनियरों और हाई-टेक लोगों को प्रशिक्षित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि भारतीयों का सामान्य रवैया स्वेच्छा से काम करना है और जब वे किसी अवसर को देखते हैं, तो उसका फायदा उठाते हैं. बता दें आगामी 22 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर जाने वाले हैं. उनकी यात्रा को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग खास तैयारियां कर रहा है.