यरूशलम : इजराइल-हमास युद्ध क्षेत्र में तेजी से हालात बदल रहे हैं. ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिस्र ने बड़ी संख्या में फिलिस्तिनी पलायन को देखते हुए अपनी सीमाओं को बंद कर देना चाहिए. काहिरा से आ रही खबरों के मुताबिक, मिस्र और गाजा के बीच राफा क्रॉसिंग पॉइंट रविवार की सुबह बंद रहा.
मिस्र के अधिकारियों ने युद्धग्रस्त गाजा पट्टी में मानविय सहायता की अनुमति देने के साथ-साथ अमेरिकी नागरिकों और अन्य देशों के नागरिकों और घायल फिलिस्तीनियों को सीमा पर करने की अनुमति देने पर इजरायल, अमेरिका और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूहों के साथ बातचीत जारी रखी. मिस्र के दो अधिकारियों ने मीडिया को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मानवीय सहायता के काफिले, जिनमें तुर्की और जॉर्डन के शिपमेंट भी शामिल हैं, गाजा तक डिलीवरी के लिए क्रॉसिंग पॉइंट के पास इंतजार कर रहे हैं.
ब्लिंकन ने सऊदी क्राउन प्रिंस से मुलाकात की : इस बीच रियाद से खबर है कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रियाद में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की है. इस मुलाकात का उद्देश्य इजरायल-हमास युद्ध को व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष बनने से रोकना है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि ब्लिंकन और क्राउन प्रिंस ने रविवार को राजधानी के बाहर अपने निजी फार्म पर एक घंटे से भी कम समय तक बात की. यह पूछे जाने पर कि बैठक कैसी रही, ब्लिंकन ने कहा कि बहुत सार्थक. हालांकि, उन्होंने बातचीत के बारे में कोई विस्तृत विवरण नहीं दिया.
ब्लिंकन और क्राउन प्रिंस के बीच यह बातचीत गाजा पट्टी को खाली करने के इजरायली सेना की चेतावनी के कुछ ही घंटों बाद हुई. बता दें कि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर पूर्ण हमले की चेतावनी जारी की है. प्रिंस मोहम्मद छठे अरब नेता हैं जिनके साथ ब्लिंकन ने बैठक की है. ब्लिंकन की इस यात्रा की शुरुआत हमास के हमले के बाद इजरायल के दौरे से हुई थी. जहां उन्होंने हमास के हमले के खिलाफ खुलकर इजरायल का साथ देने की बात कही थी. इसके बाद ब्लिंकन जॉर्डन, फिलिस्तीनी प्राधिकरण, कतर, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब के नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. आज वह मिस्र की यात्रा कर सकते हैं.
हमारा युद्ध गाजा के लोगों के साथ नहीं है, हमास ने क्रूर नरसंहार के साथ युद्ध शुरू किया: इजरायल रक्षा बलों ने रविवार को गाजा के लोगों से सुरक्षा उपाय के रूप में दक्षिणी गाजा को खाली करने का आग्रह किया. इसके साथ ही उन्होंने पिछले शनिवार को किए गए खूनी अभियान के लिए हमास की आलोचना की. हमास के हमले में सैकड़ों इजरायली मारे गए और कई को बंधक बना लिया. आईडीएफ के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने कहा कि आईडीएफ गाजा के लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए दक्षिणी गाजा को खाली करने का आह्वान कर रहा है. इजरायल और हमास युद्ध में हैं.
रिचर्ड हेचट ने कहा कि हमास ने एक क्रूर नरसंहार के साथ युद्ध शुरू किया, जिसमें एक हजार से अधिक इजरायली बच्चे, महिलाएं और पुरुष मारे गए. उन्होंने कहा कि तब से हर दिन इसरायल पर लगातार हमले हो रहे हैं. हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने लोगों की रक्षा करें और यह सुनिश्चित करें कि ऐसी घटना दोबारा न हो. यही कारण है कि आईडीएफ गाजा में हमास को खत्म करने के लिए काम कर रहा है. हमारा युद्ध गाजा के लोगों के साथ नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे फिर से कहने दें कि हमारा युद्ध गाजा के लोगों के साथ नहीं है.
हमास की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि हमास के युद्ध अपराधों, मानवता के खिलाफ हमास के अपराधों के बिल्कुल विपरीत, हम गाजा शहर के निवासियों से अपनी सुरक्षा के लिए दक्षिण की ओर खाली होने का आह्वान कर रहे हैं. सिर्फ इसलिए नहीं कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून है, क्योंकि हमारी नैतिकता हमारे मूल्यों से ऊपर है. हम इससे कम की मांग नहीं कर सकते हैं.
फिलिस्तीन में मरने वालों की संख्या 2,300 से अधिक हुई : गाजा पट्टी स्थित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हमास के हमले के बाद इजरायल की ओर से जवाबी कार्रवाई शुरू करने के बाद से नवीनतम लड़ाई शुरू होने के बाद से 2,329 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. जानकारों का कहना है कि यह युद्ध पिछले पांच गाजा युद्धों में से सबसे घातक बन गया है. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को मरने वालों की संख्या 2014 की गर्मियों में इजराइल और हमास के बीच तीसरे युद्ध से अधिक हो गई. उस युद्ध में 1,462 नागरिकों सहित 2,251 फिलिस्तीनी मारे गए थे. वह युद्ध छह सप्ताह तक चला और इजरायली पक्ष के 74 लोग मारे गए, जिनमें छह नागरिक भी शामिल थे.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गाजा के लिए आपूर्ति भेजी : संयुक्त राष्ट्र ने शनिवार को कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपूर्ति का एक विमान मिस्र के अल-अरिश हवाई अड्डे पर उतरा है. इस विमान में गाजा पट्टी में रहने वाले लोगों के लिए सहायता भेजी गई है. संयुक्त राष्ट्र ने एक विज्ञप्ति में कहा कि भंडार में 300,000 लोगों के लिए पर्याप्त बुनियादी चीजें और 1,200 घायलों के लिए दवाएं और राहत सामग्री शामिल हैं. इसमें मानवीय आपूर्ति के लिए राफा सीमा को तुरंत खोलने का आह्वान किया गया है. संगठन ने कहा कि गंभीर रूप से घायल, बीमार और कमजोर लोग इंतजार नहीं कर सकते.
इजराइल ने कहा- सीरिया में सैन्य लक्ष्यों पर किया हमला : इजरायली सेना का कहना है कि वह उत्तरी इजराइल के दो गांवों और इजराइली-नियंत्रित गोलान हाइट्स में हवाई हमले के सायरन बजने के बाद सीरिया में सैन्य लक्ष्यों पर हमला कर रहा है. हालांकि एक बयान में सेना ने यह नहीं बताया कि सायरन किस वजह से बजा. उसने कहा कि वह जवाबी हमला करने के लिए तोपों से गोले दाग रहा है. यह घटना इजरायली समुदायों पर हमास की ओर से अभूतपूर्व हमले के बाद लेबनान और सीरिया के साथ इजरायल की उत्तरी सीमा पर तनाव बढ़ गया है.
हमास के बंधकों को मदद और दवाओं की जरूरत: हमास की ओर से बंदी बनाए गए इजरायलियों के रिश्तेदारों ने शनिवार को कहा कि आतंकवादी समूह उन बंधकों को दवा देने की अनुमति दे, जिन्हें इसकी आवश्यकता है. उनका कहना है कि उनके प्रियजन बीमार हैं. उन्हें दवाओं की जरूरत है. दवा के बिना हर एक क्षण उनके लिए यातना से भरा हुआ है.
दावा किया जा रहा है कि दक्षिणी इजरायली समुदायों पर अपने हमले में, हमास के आतंकवादियों ने दर्जनों इजरायलियों और बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों सहित कुछ विदेशी या दोहरे नागरिकों को पकड़ लिया और उन्हें गाजा पट्टी में बंधक बना लिया. इजराइली सैन्य प्रवक्ता रीड एडमिरल डेनियल हगारी ने शनिवार को कहा कि इजराइल ने अब तक 126 बंदियों की पहचान की है. उनके ऊपर खतरा और अधिक बढ़ गया है क्योंकि इजरायल ने गाजा पर भारी बमबारी जारी रखी हुई है.