ढाका : भारत के एक वेश्यालय में 17 वर्षीय लड़की को बेचने के मामले में बांग्लादेशी दंपत्ति को एक न्यायाधिकरण ने बुधवार को मौत की सजा सुनाई. मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई. घटना खुलना जिले की है. बांग्लादेशी समाचार एजेंसी 'यूएनबी' की खबर के अनुसार, खुलना के महिला और बाल दमन रोकथाम न्यायाधिकरण ने अपने फैसले में दंपति शाहीन शेख और अस्मा बेगम को किशोरी को भारत के वेश्यालय में बेचने के आरोप में मौत की सजा सुनाई.
अखबार 'ढाका ट्रिब्यून' की खबर के अनुसार, अभियोजन पक्ष ने बताया कि दोषी दंपति लड़की को अच्छी नौकरी देने के वादे के साथ भारत ले गए और 19 अक्टूबर, 2009 को उसे एक वेश्यालय में बेच दिया. हालांकि, खबरों में वेश्यालय के स्थान का उल्लेख नहीं किया गया था. चूंकि लड़की के परिवार वाले उसका पता नहीं लगा पाए, इसलिए उन्होंने स्थानीय पुलिस थाना में दंपति के खिलाफ एक सामान्य शिकायत दर्ज कराई.
लड़की की मां ने दंपति के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत
बाद में, शाहीन ने किशोरी के परिवार से उसे वापस पाने के लिए 20,000 टका (लगभग 230 अमेरिकी डॉलर) की मांग की. लड़की की मां ने दंपति के खिलाफ खानजहां अली थाने में शिकायत दर्ज कराई और 20 जनवरी, 2010 को मामले के जांच अधिकारी ने दोनों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया.
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(पीटीआई-भाषा)