कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने 21 मई को चुनाव कराने का आह्वान किया है. यह चुनाव चीन की आर्थिक दादागीरी, जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 महामारी समेत कई अन्य मुद्दों पर लड़ा जाएगा. मॉरिसन ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्राध्यक्ष महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के प्रतिनिधि गवर्नर-जनरल डेविड हर्ले से चुनाव की तारीख निर्धारित करने की सिफारिश की. मॉरिसन के नेतृत्व वाला सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव गठबंधन चौथी बार तीन साल का कार्यकाल हासिल करने की कोशिशों में जुटा है.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने मतदाताओं से ऐसी सरकार के साथ बने रहने का अनुरोध किया, जिसके शासन के तहत किसी भी आधुनिक अर्थव्यवस्था के मुकाबले महामारी से सबसे कम मौतें हुईं. मॉरिसन ने कहा, 'यह चुनाव ऐसी सरकार के चयन के लिए है, जिसे आप जानते हैं और जो आपके लिए काम कर रही है. वहीं, विपक्ष में विपक्षी लेबर पार्टी है, जिसे आप नहीं जानते.'
मॉरिसन ने 2019 में हुए पिछले चुनाव में अपने नेतृत्व वाले गठबंधन को मामूली अंतर से जीत दिलाई थी. हालांकि, चनाव पूर्व सर्वेक्षणों में विपक्षी दल ऑस्ट्रेलियन लेबर पार्टी को लगातार आगे बताया जा रहा था. लिबरल पार्टी की अगुवाई वाला गठबंधन इस बार भी ज्यादातर सर्वेक्षणों में पीछे चल रहा है, लेकिन कई विश्लेषकों ने चुनाव में कांटे की टक्कर होने का अनुमान जताया है.
पिछली बार जब चुनाव हुआ था, तब ऑस्ट्रेलिया भीषण गर्मी और सूखे का सामना कर रहा था. वह साल ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणपूर्वी जंगलों में लगी भीषण आग के साथ खत्म हुआ था, जिसमें कम से कम 33 लोगों की झुलसने, जबकि 400 से अधिक लोगों की धुएं के कारण मौत हो गई थी. उस समय मॉरिसन की हवाई में अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने की काफी आलोचना की हुई थी, क्योंकि उनका गृह नगर सिडनी जहरीले धुएं की गिरफ्त में था. लोगों के आक्रोश के बाद वह बीच में ही छुट्टियों से लौट आए थे.
एंथनी अल्बानीस प्रधानमंत्री चुनाव की दौड़ में शामिल
एंथनी अल्बानीस 'ऑस्ट्रेलियन लेबर पार्टी' के उम्मीदवार के तौर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को चुनावों में टक्कर देने के लिए तैयार हैं. एंथनी का बचपन अभावों में बीता थी, वह अपनी मां को सरकार से मिलने वाली पेंशन से पले-बढ़े. अल्बानीस का जब जन्म हुआ, उस समय उनकी मां अविवाहित थीं. ऑस्ट्रेलिया में 1960 के दशक में रूढ़िवादी कामकाजी वर्ग के किसी रोमन कैथोलिक परिवार के लिए यह आम बात नहीं थी और इसे समाज में अनुचित समझा जाता था. ऐसे में अल्बानीस को बचपन में यह बताया गया था कि इटली मूल के उनके पिता कार्लो अल्बानीस की यूरोप में आयरलैंड-ऑस्ट्रेलियाई मूल की उनकी मां मैरियाने एलरी से शादी करने के बाद एक कार दुर्घटना में मौत हो गयी थी.
उनकी मां को हड्डियों के एक पुराने रोग के कारण सरकारी पेंशन मिलती थी. जब वह 14 साल के हुए, तब उनकी मां ने उन्हें सच्चाई बताई कि उनके पिता की मौत नहीं हुई और उनके माता-पिता ने कभी शादी ही नहीं की थी. अल्बानीस के माता-पिता की मुलाकात एक क्रूज पोत पर हुई थी. एलरी कैम्परडाउन में अपने माता-पिता के साथ उनके स्थानीय सरकारी मकान में रहती थी और वहीं दो मार्च, 1963 को उनके इकलौते बेटे का जन्म हुआ.
अल्बानीस ने 2002 में अपनी मां की मौत के बाद पिता की तलाश शुरू की और 2009 में उनका मिलन हुआ. वह ऑस्ट्रेलिया के परिवहन एवं बुनियादी ढांचा मंत्री के तौर पर इटली गए थे. वह लेबर पार्टी के छह साल तक सत्ता में रहने के दौरान मंत्री पद पर रहे और अपनी सरकार के आखिरी के तीन महीनों के दौरान उप प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे.
अल्बानीस ने कहा, यह हमारे देश के बारे में एक महान बात बताता है कि (अकेली) मां का बेटा ऑस्ट्रेलिया का उप प्रधानमंत्री बन सकता है, जिसकी परवरिश सिडनी में एक काउंसिल मकान में हुई. बहरहाल, अल्बानीस के आलोचकों की दलील है कि उनकी पृष्ठभूमि नहीं, बल्कि वामपंथी राजनीति उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य बनाती है. वहीं, उनके समर्थकों की दलील है कि हालांकि वह लेबर पार्टी के तथाकथित समाजवादी वाम धड़े के हैं लेकिन उनमें पार्टी के रूढ़िवादी तत्वों से निपटने की क्षमता है.
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(पीटीआई-भाषा)