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अर्जेंटीना के क्लिनिक में दुर्लभ लीजियोनेयर बीमारी से चार की मौत

तुकुमान स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को चार निमोनिया से होने वाली मौतों को लीजियोनेरेस रोग से जोड़ा. ब्यूनस आयर्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी प्रांत के एक क्लिनिक में चार लोगों की मौत लीजियोनायर्स रोग से हुई, जो फेफड़ों की एक अपेक्षाकृत दुर्लभ जीवाणु बीमारी है.

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Published : Sep 4, 2022, 7:39 AM IST

अर्जेंटीना के क्लिनिक में दुर्लभ लीजियोनेयर बीमारी से चार की मौत
अर्जेंटीना के क्लिनिक में दुर्लभ लीजियोनेयर बीमारी से चार की मौत

ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटीना) : अर्जेंटीना के तुकुमान स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को चार निमोनिया से होने वाली मौतों को लीजियोनेरेस रोग से जोड़ा. ब्यूनस आयर्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी प्रांत के एक क्लिनिक में चार लोगों की मौत लीजियोनायर्स रोग से हुई, जो फेफड़ों की एक अपेक्षाकृत दुर्लभ जीवाणु बीमारी है. स्वास्थ्य मंत्री कार्ला विजोटी ने संवाददाताओं से कहा कि लीजियोनेयर्स की पहचान चार में दोहरे निमोनिया के अंतर्निहित कारण के रूप में की गई थी, जिन्हें तेज बुखार, शरीर में दर्द और सांस लेने में तकलीफ थी. सोमवार से सभी मौतें सैन मिगुएल डी तुकुमान शहर के एक ही क्लिनिक में हुईं.

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शनिवार की सुबह, अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं वाले 48 वर्षीय एक और व्यक्ति की मौत हो गई. ब्यूनस आयर्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, क्लिनिक में सर्जरी कराने वाली 70 वर्षीय एक महिला की भी इसी बीमारी के कारण मौत हो गई. प्रांतीय अधिकारियों ने कहा कि सात अन्य गैर-घातक मामलों की पहचान की गई है, सभी एक ही प्रतिष्ठान में और लगभग सभी क्लिनिक कर्मियों से जुड़े हैं. यह रोग पहली बार 1976 में अमेरिकी शहर फिलाडेल्फिया में अमेरिकी सेना की एक बैठक में सामने आया था. जो संभवत: दूषित पानी या अशुद्ध एयर कंडीशनिंग सिस्टम की वजह से हुआ था.

पढ़ें: कोरोना के कारण बंद हुई ये ट्रेन फिर से चलेगी Railway Ministry की हरी झंडी

जब तुकुमान में पहली बार प्रकोप का पता चला, तो डॉक्टरों ने COVID-19, फ्लू और हैनटवायरस के लिए पीड़ितों का परीक्षण किया, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिले. इसके बाद नमूने ब्यूनस आयर्स के प्रतिष्ठित एएनएलआईएस-मालब्रान संस्थान में भेजे गए. अनुसंधान निकाय में टेस्ट ने लीजियोनेयर्स की ओर इशारा किया. बुधवार को प्रांतीय स्वास्थ्य मंत्री लुइस मदीना रुइज़ ने कहा कि विषाक्त और पर्यावरणीय कारणों से इंकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि क्लिनिक के जलवायु नियंत्रण प्रणालियों की जांच की जा रही है.

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ब्यूनस आयर्स टाइम्स ने बताया कि विज़ोटी ने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि क्लिनिक मरीजों और कर्मचारियों के लिए सुरक्षित है. तुकुमान प्रांतीय मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष हेक्टर सेल ने इस सप्ताह की शुरुआत में जीवाणु संक्रमण को 'आक्रामक' बताया. लेकिन उन्होंने कहा कि यह आम तौर पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है और 11 संक्रमित लोगों में से किसी के भी निकट संपर्क में आये लोगों में लक्षण नहीं दिखे.

ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटीना) : अर्जेंटीना के तुकुमान स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को चार निमोनिया से होने वाली मौतों को लीजियोनेरेस रोग से जोड़ा. ब्यूनस आयर्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी प्रांत के एक क्लिनिक में चार लोगों की मौत लीजियोनायर्स रोग से हुई, जो फेफड़ों की एक अपेक्षाकृत दुर्लभ जीवाणु बीमारी है. स्वास्थ्य मंत्री कार्ला विजोटी ने संवाददाताओं से कहा कि लीजियोनेयर्स की पहचान चार में दोहरे निमोनिया के अंतर्निहित कारण के रूप में की गई थी, जिन्हें तेज बुखार, शरीर में दर्द और सांस लेने में तकलीफ थी. सोमवार से सभी मौतें सैन मिगुएल डी तुकुमान शहर के एक ही क्लिनिक में हुईं.

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शनिवार की सुबह, अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं वाले 48 वर्षीय एक और व्यक्ति की मौत हो गई. ब्यूनस आयर्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, क्लिनिक में सर्जरी कराने वाली 70 वर्षीय एक महिला की भी इसी बीमारी के कारण मौत हो गई. प्रांतीय अधिकारियों ने कहा कि सात अन्य गैर-घातक मामलों की पहचान की गई है, सभी एक ही प्रतिष्ठान में और लगभग सभी क्लिनिक कर्मियों से जुड़े हैं. यह रोग पहली बार 1976 में अमेरिकी शहर फिलाडेल्फिया में अमेरिकी सेना की एक बैठक में सामने आया था. जो संभवत: दूषित पानी या अशुद्ध एयर कंडीशनिंग सिस्टम की वजह से हुआ था.

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जब तुकुमान में पहली बार प्रकोप का पता चला, तो डॉक्टरों ने COVID-19, फ्लू और हैनटवायरस के लिए पीड़ितों का परीक्षण किया, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिले. इसके बाद नमूने ब्यूनस आयर्स के प्रतिष्ठित एएनएलआईएस-मालब्रान संस्थान में भेजे गए. अनुसंधान निकाय में टेस्ट ने लीजियोनेयर्स की ओर इशारा किया. बुधवार को प्रांतीय स्वास्थ्य मंत्री लुइस मदीना रुइज़ ने कहा कि विषाक्त और पर्यावरणीय कारणों से इंकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि क्लिनिक के जलवायु नियंत्रण प्रणालियों की जांच की जा रही है.

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ब्यूनस आयर्स टाइम्स ने बताया कि विज़ोटी ने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि क्लिनिक मरीजों और कर्मचारियों के लिए सुरक्षित है. तुकुमान प्रांतीय मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष हेक्टर सेल ने इस सप्ताह की शुरुआत में जीवाणु संक्रमण को 'आक्रामक' बताया. लेकिन उन्होंने कहा कि यह आम तौर पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है और 11 संक्रमित लोगों में से किसी के भी निकट संपर्क में आये लोगों में लक्षण नहीं दिखे.

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