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संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ ने स्टेन स्वामी के निधन पर दुख जताया - ईसाई पादरी और कार्यकर्ता स्टैन स्वामी

संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ के उच्च मानवाधिकार अधिकारियों ने ईसाई पादरी और कार्यकर्ता स्टेन स्वामी के निधन पर दुख जताया. कहा कि भारत में मूल निवासियों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले 84 वर्षीय स्वामी को आतंकवाद के झूठे आरोपों में जेल में बंद किया गया था.

Swamy
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Published : Jul 6, 2021, 6:55 PM IST

Updated : Jul 6, 2021, 9:11 PM IST

संयुक्त राष्ट्र/लंदन : संयुक्त राष्ट्र की स्पेशल रेपोर्ट्योर ऑन ह्यूमन राइट्स मैरी लॉलर ने कहा कि आज भारत से बेहद दुखी करने वाली खबर आई है. मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईसाई पादरी फादर स्टेन स्वामी का निधन हो गया है. उन्हें आतंकवाद के झूठे आरोपों में नौ महीने तक हिरासत में रखा गया था. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को जेल में रखना स्वीकार्य नहीं है.

इससे पहले उन्होंने स्वामी की बिगड़ती हालत पर चिंता जताई थी और उनके लिए विशेष उपचार की मांग की थी. उन्होंने स्वामी के खिलाफ आरोपों को आधारहीन बताया. यूरोपीय संघ के मानवाधिकार के लिए विशेष प्रतिनिधि ईमन गिलमोर ने लॉलर के ट्वीट को साझा कर ट्वीट किया कि भारत: मुझे यह सुनकर बहुत दुख हुआ कि स्टेन स्वामी का निधन हो गया है. वह मूल निवासी लोगों को अधिकारों के लिए लड़ने वाले कार्यकर्ता थे.

यह भी पढ़ें-'विशेष बर्ताव' नहीं, प्रतिभा के कारण सिंगापुर में बढ़ी है भारतीय पेशेवरों की मांग : सरकार

उन्हें पिछले नौ महीने से हिरासत में रखा गया था. ईयू ने बार-बार इस मामले को उठाया था. स्वामी का सोमवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था जहां उन्हें 29 मई को भर्ती कराया गया था. उन्हें एल्गार परिषद मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने अक्टूबर 2020 में रांची से गिरफ्तार किया था.

(पीटीआई-भाषा)

संयुक्त राष्ट्र/लंदन : संयुक्त राष्ट्र की स्पेशल रेपोर्ट्योर ऑन ह्यूमन राइट्स मैरी लॉलर ने कहा कि आज भारत से बेहद दुखी करने वाली खबर आई है. मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईसाई पादरी फादर स्टेन स्वामी का निधन हो गया है. उन्हें आतंकवाद के झूठे आरोपों में नौ महीने तक हिरासत में रखा गया था. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को जेल में रखना स्वीकार्य नहीं है.

इससे पहले उन्होंने स्वामी की बिगड़ती हालत पर चिंता जताई थी और उनके लिए विशेष उपचार की मांग की थी. उन्होंने स्वामी के खिलाफ आरोपों को आधारहीन बताया. यूरोपीय संघ के मानवाधिकार के लिए विशेष प्रतिनिधि ईमन गिलमोर ने लॉलर के ट्वीट को साझा कर ट्वीट किया कि भारत: मुझे यह सुनकर बहुत दुख हुआ कि स्टेन स्वामी का निधन हो गया है. वह मूल निवासी लोगों को अधिकारों के लिए लड़ने वाले कार्यकर्ता थे.

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उन्हें पिछले नौ महीने से हिरासत में रखा गया था. ईयू ने बार-बार इस मामले को उठाया था. स्वामी का सोमवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था जहां उन्हें 29 मई को भर्ती कराया गया था. उन्हें एल्गार परिषद मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने अक्टूबर 2020 में रांची से गिरफ्तार किया था.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jul 6, 2021, 9:11 PM IST
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