वेलिंगटन : व्हाइट आइलैंड पर विशेषज्ञों का दल दो लोगों का शव खोजने के लिए पहुंचा. इस आइलैंड पर ज्वालामुखी विस्फोट में 15 लोग मारे गए थे.
चार-चार लोगों की दो टीमों को हेलीकॉप्टर द्वारा सुबह द्वीप पर उतरा गया. टीम ने सुरक्षात्मक कपड़े और सांस लेने के उपकरण पहन रखे थे.
ज्वालामुखी में 24 घंटे के भीतर फिर से विस्फोट होने की 60 फीसदी आशंका थी फिर भी अभियान चलाया गया. प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने कहा कि यह अभियान इसलिए चलाया गया ताकि शोक संतप्त परिवारों के प्रियजनों के शव लाए जा सकें.
वैज्ञानिकों ने जानकारी देते हुए कहा कि दूसरे विस्फोट की संभावना कम हो गई हैं. हालांकि, व्हाइट आइलैंड अत्यधिक अस्थिर बना हुआ है.
ज्वालामुखी स्थल से सीधा प्रसारण कर रहे कैमरों में दिखाया गया कि स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजकर 10 मिनट पर ज्वालामुखी स्थल पर छह से अधिक लोग चल रहे हैं और इसके कुछ मिनट बाद ज्वालामुखी विस्फोट के बाद तस्वीरें काली हो गई.
पढ़ें-न्यूजीलैंड के ज्वालामुखी विस्फोट में 16 लोगों की मौत
इस बारे में पुलिस ने जानकारी दी कि विस्फोट में बुरी तरह झुलसने के बाद एक व्यक्ति की शनिवार को अस्पताल में मौत हो गई.
माइक क्लेमेंट, न्यूजीलैंड के उप पुलिस आयुक्त ने कहा बताया कि विस्फोट के समय पर द्वीप पर आठ लोग थे, जिनमें से छह का शव बरामद किया जा चुका है.
अधिकारियों का कहना है कि उस समय द्वीप पर 24 ऑस्ट्रेलियाई, नौ अमेरिकी, पांच न्यूजीलैंड के, चार जर्मन, दो ब्रिटेन के, दो चीनी और एक मलेशियाई नागरिक मौजूद थे. उनमें से कई रॉयल कैरेबियन क्रूज का हिस्सा थे.
देश की राष्ट्रीय आपात प्रबंधन एजेंसी ने कहा, 'व्हाइट आइलैंड में मध्यम दर्जे का ज्वालामुखी विस्फोट हुआ और यह आसपास के क्षेत्र के लिए हानिकारक है.'