लंदनः ब्रिटेन में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के लोग अपने बेटों के लिए पाकिस्तान से दुल्हन ला रहे हैं. हालांकि, बाद में फिर इन्हें अपने बच्चों तक से अलग कर छोड़ दिया जाता है.
यू के मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में रहने वाले पाकिस्तानी पुरुषों के लिए सैकड़ों पाकिस्तानी दुल्हनों को लाया गया था. इन महिलाओं में से कई ऐसी महिलाएं हैं, जिन्हें उनके छोटे बच्चों से अलग कर दिया जाता है.
संडे टाइम्स की रिपोर्ट से जानकारी मिली है कि पाकिस्तान में शादी के आयोजन के बाद महिलाओं को ब्रिटेन लाया जाता है.
कथित तौर पर महिलाओं को छुट्टी पर लौटने या बीमार रिश्तेदार को देखने के लिए पाकिस्तान भेजा जाता है.
इन महिलाओं की कहानी सिर्फ यहीं तक नहीं है. इन महिलाओं को कुछ समय के बाद यह कहकर तलाक दे दिया जाता है कि अब उनका कोई उपयोग नहीं है. उनके बच्चे तब बड़े हो जाते हैं, उन्हें उनके बच्चों से भी अलग कर दिया जाता है. और बच्चों को यह कहा जाता है कि उनकी मां मर गई है, या मानसिक रूप से बीमार है.
कानून फर्मों और चैरिटी से मिली रिसर्च के मुताबिक, अखबार का अनुमान है कि 2002 से इन पाकिस्तानी महिलाओं के कम से कम 1000 मामलों को छोड़ दिया गया है.
महिलाओं का एक बार इस्तेमाल कर उन्हें छोड़ देने का यह तरीका बेहद ही गलत है.
इस संबंध में लेबर पार्टी की सांसद नाज शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय को समझना चाहिए कि यह क्या है: घरेलू हिंसा और उन महिलाओं की तस्करी, जिन्होंने यहां जीवन बनाने के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया.
महिलाओं पर हुई हिंसा से जुड़ा इसी तरह का मामला चीन में भी सामने आया था. जहां लड़कियों को बगैर उनकी इच्छा के उनकी शादी करा दी गई और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. देखें वीडियो....
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बता दें नाज शाह वर्तमान समय में एक परित्यक्त पाकिस्तानी महिला के मामले से निपट रही हैं.
कंजरवेटिव पार्टी की एक पूर्व चेयरपर्सन बैरोनेस वारसी ने कहा, 'हमें इन महिलाओं का समर्थन करना चाहिए और ऐसी व्यवस्था को समाप्त करना चाहिए जो माताओं और बच्चों को अलग रखती है और उनके कथित दुर्व्यवहार की पक्षधर हो.'
अधिकारी ने कहा कि परित्याग का किसी भी प्रकार का उदाहरण चौंकाने वाला है.
उन्होंने आगे कहा कि बेहद दुर्लभ होते हुए भी ये मामले सबसे जटिल और चुनौतीपूर्ण हैं. हम ऐसे संगठनों से भी मिल चुके हैं, जिन्होंने चिंता जताई है.
एजेंसी इनपुट