बर्लिन : लीबिया के लंबे समय से चल रहे गृहयुद्ध को रोकने के लिए 12 देशों के नेताओं ने जर्मनी की राजधानी बर्लिन में रविवार को आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लिया.
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने बर्लिन में 12 देशों के नेताओं के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ, अफ्रीकी संघ और अरब लीग के नेताओं का स्वागत किया.
जर्मनी की महीनों से चली आ रही कूटनीतिक मुहिम लीबिया में लड़ाई को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और लीबिया के लिए उनके दूत घासेन सालम के प्रयासों को बल देने के लिए है.
बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोआन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इटली के प्रधानमंत्री गिउसेप कोंटे, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ शामिल थे.
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अधिकारियों के अनुसार लीबिया के दो मुख्य प्रतिद्वंद्वी नेता - प्रधान मंत्री फैज सराज और जनरल खलीफा हिफ्टर भी शामिल हुए.
गौरतलब है कि वर्ष 2011 में तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी की मौत के बाद से लीबिया में अराजकता की स्थिति है.