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पुतिन के विरोधी नवेलनी ने कहा- जिंदा हूं, सांस ले सकता हूं, इंस्टाग्राम पर डाली फोटो

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Published : Sep 16, 2020, 7:33 AM IST

रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी का जर्मनी में इलाज किया जा रहा है. उन्हें जहर दिए जाने का शक होने के बाद जर्मनी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. नवेलनी रूस के राष्ट्रपति पुतिन के प्रतिद्वंद्वी हैं. उन्होंने अपनी तबियत के बारे में बताने के लिए इंस्टाग्राम का सहारा लिया. नवेलनी ने अपनी एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा कि जिंदा हूं.

रूसी विपक्षी नेता नवेलनी
रूसी विपक्षी नेता नवेलनी

बर्लिनः रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी ने जर्मनी के एक अस्पताल से एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वह बहुत कमजोर नजर आ रहे हैं लेकिन वह अपनी दशा पर व्यंग्य भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नर्व एजेंट (एक खास प्रकार का जहर) दिये जाने के बाद वह अब आखिरकार खुद से सांस लेने का आनंद ले रहे हैं.

यह इंस्टाग्राम पोस्ट उन्हें बर्लिन के चैरिटी अस्पताल ले जाये जाने के बाद की पहली तस्वीर है. नवेलनी (44) को रूस में एक घरेलू विमान में बीमार पड़ने के दो दिन बाद चैरिटी अस्पताल में इलाज के लिए 20 अगस्त को बर्लिन ले जाया गया था.

उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि अभिवादन, मैं नवेलनी हूं. मुझे आप (सभी) की बहुत याद आ रही है. अब भी मैं खुद से काफी कुछ नहीं कर सकता लेकिन कल मैं पूरे दिन खुद से सांस ले पाया.

अस्पताल के अधिकारियों ने सात सितंबर को बताया कि नवेलनी को दो सप्ताह से अधिक दिन प्रेरित कोमा में रखा गया और पहले उनका एंटीडोट के जरिये उपचार किया गया ताकि उनकी दशा इतनी सुधर जाए कि उन्हें इस स्थिति से बाहर लाया जा सके.

नवेलनी ने लिखा कि बिल्कुल अपने आप, बिना किसी बाहरी मदद के, गले में कोई रूकावट भी नहीं है. मुझे बड़ा अच्छा लगा. यह उल्लेखनीय प्रक्रिया है जिसे कई लोग कमकर देखते हैं...'

डॉक्टरों का कहना है कि संकट से बाहर आने के बाद भी वे जहर से जुड़ी दीर्घकालिक परेशानियों से इनकार नहीं कर सकते.

नवेलनी की प्रवक्ता ने कहा कि ठीक हो जाने के बाद नवेलनी के रूस लौटने की योजना है.

जर्मनी की एक सैन्य प्रयोगशाला ने निष्कर्ष निकाला कि नवेलनी को नोविचोक नामक जहर दिया गया है. यह सोवियत कालीन जहर है जिसका इस्तेमाल पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपाल और उनकी बेटी पर 2018 में इंग्लैंड के सैलिसबरी में किया गया था.

सोमवार को जर्मन प्रयोगशाला ने कहा था कि उसके निष्कर्प पर फ्रांस और स्वीडन की प्रयोगशालाओं ने भी मुहर लगायी है.

जर्मनी ने कहा कि हेग स्थित रासायनिक हथियार रोकथाम संगठन नवेलनी की नमूने की निर्धारित प्रयोगाशालाओं में जांच कराने के लिए कदम उठा रहा है.

यह भी पढ़ें - जर्मनी: नवेलनी को दिया गया था नोविचोक, हुई पुष्टि

क्रेमलिन जहर दिये जाने के संबंध में जर्मन चांसलर एजेंला मर्केल और अन्य नेताओं द्वारा पूछे गये सवाल पर भड़क गया और उसने किसी संलिप्तता से इनकार किया.

क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने मंगलवार को कहा कि रूस नवेलनी के विश्लेषण और अन्य मेडिकल आंकड़े साझा करने से जर्मनी के इनकार से हैरान है. उन्होंने कहा कि जब नवेलनी ओमस्क के एक अस्पताल में थे तब डॉक्टरों को जहर नहीं मिला था.

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पश्चिमी देशों पर रूस को बदनाम करने का प्रयास करने और इस घटना को उनके देश पर नयी पाबंदियां लगाने के बहाने के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.

बर्लिनः रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी ने जर्मनी के एक अस्पताल से एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वह बहुत कमजोर नजर आ रहे हैं लेकिन वह अपनी दशा पर व्यंग्य भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नर्व एजेंट (एक खास प्रकार का जहर) दिये जाने के बाद वह अब आखिरकार खुद से सांस लेने का आनंद ले रहे हैं.

यह इंस्टाग्राम पोस्ट उन्हें बर्लिन के चैरिटी अस्पताल ले जाये जाने के बाद की पहली तस्वीर है. नवेलनी (44) को रूस में एक घरेलू विमान में बीमार पड़ने के दो दिन बाद चैरिटी अस्पताल में इलाज के लिए 20 अगस्त को बर्लिन ले जाया गया था.

उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि अभिवादन, मैं नवेलनी हूं. मुझे आप (सभी) की बहुत याद आ रही है. अब भी मैं खुद से काफी कुछ नहीं कर सकता लेकिन कल मैं पूरे दिन खुद से सांस ले पाया.

अस्पताल के अधिकारियों ने सात सितंबर को बताया कि नवेलनी को दो सप्ताह से अधिक दिन प्रेरित कोमा में रखा गया और पहले उनका एंटीडोट के जरिये उपचार किया गया ताकि उनकी दशा इतनी सुधर जाए कि उन्हें इस स्थिति से बाहर लाया जा सके.

नवेलनी ने लिखा कि बिल्कुल अपने आप, बिना किसी बाहरी मदद के, गले में कोई रूकावट भी नहीं है. मुझे बड़ा अच्छा लगा. यह उल्लेखनीय प्रक्रिया है जिसे कई लोग कमकर देखते हैं...'

डॉक्टरों का कहना है कि संकट से बाहर आने के बाद भी वे जहर से जुड़ी दीर्घकालिक परेशानियों से इनकार नहीं कर सकते.

नवेलनी की प्रवक्ता ने कहा कि ठीक हो जाने के बाद नवेलनी के रूस लौटने की योजना है.

जर्मनी की एक सैन्य प्रयोगशाला ने निष्कर्ष निकाला कि नवेलनी को नोविचोक नामक जहर दिया गया है. यह सोवियत कालीन जहर है जिसका इस्तेमाल पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपाल और उनकी बेटी पर 2018 में इंग्लैंड के सैलिसबरी में किया गया था.

सोमवार को जर्मन प्रयोगशाला ने कहा था कि उसके निष्कर्प पर फ्रांस और स्वीडन की प्रयोगशालाओं ने भी मुहर लगायी है.

जर्मनी ने कहा कि हेग स्थित रासायनिक हथियार रोकथाम संगठन नवेलनी की नमूने की निर्धारित प्रयोगाशालाओं में जांच कराने के लिए कदम उठा रहा है.

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क्रेमलिन जहर दिये जाने के संबंध में जर्मन चांसलर एजेंला मर्केल और अन्य नेताओं द्वारा पूछे गये सवाल पर भड़क गया और उसने किसी संलिप्तता से इनकार किया.

क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने मंगलवार को कहा कि रूस नवेलनी के विश्लेषण और अन्य मेडिकल आंकड़े साझा करने से जर्मनी के इनकार से हैरान है. उन्होंने कहा कि जब नवेलनी ओमस्क के एक अस्पताल में थे तब डॉक्टरों को जहर नहीं मिला था.

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पश्चिमी देशों पर रूस को बदनाम करने का प्रयास करने और इस घटना को उनके देश पर नयी पाबंदियां लगाने के बहाने के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.

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