जेनेवा : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि कोरोना का प्रभावी वैक्सीन व्यापक रूप से इस्तेमाल में लाए जाने से पहले दुनियाभर में कोरोनो वायरस से मरने वालों की संख्या 20 लाख तक पहुंच सकती है.
बीबीसी के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन प्रमुख माइक रायन ने शुक्रवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ठोस कदम नहीं उठाने की स्थिति में यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है.
चीन में प्रकोप शुरू होने के नौ महीने बाद दुनियाभर में कोविड -19 से मरने वालों की संख्या तेजी से 10 लाख होने की ओर बढ़ रही है.
रायन ने यूरोपीय लोगों से खुद से यह पूछने का आग्रह किया कि क्या उन्होंने लॉकडाउन की आवश्यकता से बचने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या सभी विकल्प लागू किए गए थे, जैसे परीक्षण और ट्रेसिंग, क्वारंटीन, आइसोलेशन, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना और हाथ धोना.
इससे पहले, स्पेन की राजधानी मैड्रिड ने कोरोना के मद्देनजर आठ और जिलों में सख्त प्रतिबंध लगा दिए जो अब शहर के 10 लाख लोगों को प्रभावित करते हैं.
फ्रांस में, दक्षिणी शहर मार्सिले में बार और रेस्तरां के कर्मचारियों ने अपने कार्यस्थलों को बंद करने का विरोध किया. वहीं, ब्रिटेन में दैनिक संक्रमण मामले बढ़ने के साथ कई क्षेत्रों में सख्त प्रतिबंधों की घोषणा की गई है.
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कोरोना वायरस के विश्वभर में 3,27,58,988 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं 9,93,435 ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. अमेरिका कोरोना के मामलों में शीर्ष स्थान पर है. वहीं भारत दूसरे स्थान पर पहुंच चुका है. इसके साथ ही ब्राजील तीसरे नंबर पर है.