बर्लिन : जर्मनी और स्वीडन ने सोमवार को अपने देश में एक-एक रूसी राजनयिक को 'अवांछित शख्स' घोषित कर दिया. पिछले सप्ताह रूस ने अपने यहां से कई यूरोपीय राजनयिकों के निष्कासन का फैसला किया था.
रूस ने स्वीडन, पोलैंड और जर्मनी के राजनयिकों पर जेल में बंद विपक्षी नेता एलेक्स नवेलनी के समर्थन में निकाली गयी रैली में भाग लेने का आरोप लगाया था. नवेलनी रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के प्रमुख राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं.
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स्वीडन की विदेश मंत्री एन्न लिंडे ने ट्वीट किया, ' हमने रूसी राजदूत को सूचित किया है कि रूस में उनके दूतावास के एक व्यक्ति को स्वीडन छोड़ने को कहा गया है. यह बस अपना कर्तव्य निभा रहे स्वीडिश राजदूत के निष्कासन के अस्वीकार्य फैसले पर स्पष्ट प्रतिक्रिया है.'
जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूरोपीय राजनयिकों के निष्कासन का रूस का निर्णय किसी तरह सही नहीं है और यह कि जर्मन दूतावास के कर्मी 'मौके पर हो रहे घटनाक्रम से खुद को रूबरू रखने' से जुड़े राजनयिक संबंध के वियना संधि के तहत अपने अधिकारों के तहत ही काम कर रहे थे.
मंत्रालय ने कहा कि पोलैंड, स्वीडन एवं यूरोपीय संघ की राजनियक सेवा के साथ मिलकर यह निर्णय लिया गया है. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि पोलैंड ने भी ऐसा ही कदम उठाया है.