वॉशिंगटन : कोरोना महामारी कब तक समाप्त होगा यह कहना अभी कठीन है. क्योंकि वर्तमान स्थिति में कोरोना से अभी भी पूरी दुनिया त्रस्त है. हालांकि वैज्ञानिक इस वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए दवाई बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. वर्ल्डोमीटर के आकड़ो के मुताबिक विश्व में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 39 लाख 17 हजार 564 है.
अब तक इस महामारी की वजह से दो लाख 70 हजार 720 लोगों की मौत हो चुकी है. पूरे विश्व में 23 लाख 27 हजार 24 लोग अपना इलाज करा रहे हैं. वहीं 13 लाख 44 हजार 120 मरीज कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं.
अमेरिका
अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर जारी है. अब तक इस देश में 76,928 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है. वहीं 12 लाख 92 हजार 623 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं.
स्पेन
स्पेन में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जंग जारी है. हालांकि कोरोना संक्रमण से इस देश में अब तक 26,070 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 256,855 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं.
इटली
इटली में भी कोरोना वायरस ने शुरू में काफी कहर बरपाया था. यहां इस महामारी से अब तक 29958 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 215,858 लोग कोरोना से संक्रमित हैं.
ब्रिटेन
ब्रिटेन में 30,615 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. वहीं 206,715 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं. रूस में एक हजार 625 लोग कोरोना की वजह से मारे जा चुके हैं. वहीं 177,160 लोग इससे संक्रमित हैं.
फ्रांस
फ्रांस में 25,987 लोगों की अब तक इस वायरस से मौत हो चुकी है. अब तक 174,791 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं जर्मनी में 7,392 लोग कोरोना की वजह से मारे जा चुके हैं. 169,430 लोग जर्मनी में कोरोना वायरस से संक्रमित हैं.
पाइकोवैक नाम की वैक्सीन
बता दें कि पूरी दुनिया वैश्विक संकट कोविड-19 से जूझ रही है ऐसी स्थिति में दुनिया भर में वैक्सीन को लेकर काम तेज हो गया है. लेकिन इस समय चीन से राहत देने वाली एक खबर सामने आयी है कि चीन में बनी कोरोना वायरस की वैक्सीन बंदरों पर प्रभावी साबित हुई है.
पाइकोवैक नाम की इस वैक्सीन को पेइचिंग स्थित सिनोवैक बायोटेक कंपनी ने तैयार की है. यह वैक्सीन शरीर में जाते ही प्रतिरक्षा प्रणाली को एंटीबॉडी बनाने पर जोर देती है, और एंटीबॉडी वायरस को खत्म करने लगती है. यह वैक्सीन अब मानव पर टेस्ट किया जाएगा
संयुक्त राष्ट्र का भी कहना है कि सामान्य जीवन में लौटने के लिए वैक्सीन ही एकमात्र विकल्प है. उसके लिए दुनिया को वैक्सीन बनाने में साथ आने की जरूरत है, साथ ही इसकी फंडिंग के लिए भी एकजुट होने की भी आवश्यकता है.
(एक्स्ट्रा इनपुट-आईएएनएस)