लंदन : ब्रिटेन में कोरोना वायरस संक्रमण से हुई मौतों की संख्या बढ़कर 32,375 हो गई. इसके साथ ही यूरोप में इस महामारी से यह देश सवार्धिक प्रभावित साबित हो रहा है. यूरोप में इस महामारी से सबसे ज्यादा मौते ब्रिटेन उसके बाद इटली और स्पेन में हुई है. वहीं देश में इस महामारी से 1,94,990 लोग संक्रमित हैं.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) के ताजा आंकड़ों के बाद ब्रिटेन में मृतकों की संख्या इटली में वायरस से जान गंवाने वाले 29,079 के आंकडे़ के भी पार चली गई.
ओएनएस के आंकडे़ मृत्यु प्रमाण पत्र पर दर्शाए गए कोविड-19 से मौत पर आधारित हैं. इसमें बीमारी के ऐसे संदिग्ध मामले भी शामिल हैं, जिनकी अभी जांच नहीं हुई थी.
ओएनएस ने कहा, 'आंकडे़ मृत्यु दर्ज होने की तारीख पर आधारित हैं, मौत होने की तारीख पर नहीं. आमतौर पर मौत होने और इसका पंजीकरण होने के बीच कम से कम पांच दिन की देरी हो जाती है.' इस बीच, कोविड-19 के संक्रमण से उबरने वाले प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इस सप्ताह के बाद ब्रिटेन को लॉकडाउन से बाहर लाने के लिए एक 'व्यापक योजना' पेश करने वाले हैं.
साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने गत मंगलवार को वायरस का पता लगाने वाले अपने नए ऐप को परखने की प्रक्रिया इंग्लैंड के आइल ऑफ वाइट काउन्टी से शुरू की. यह ऐप ऐसे लोगों को जांच कराने को लेकर सतर्क करता है, जो किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हों, जिसमें कोरोना वायरस के लक्षण हों.
सबसे पहले परिषद और स्वास्थ्य कर्मचारी इस ऐप को परखेंगे.
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द्वीप के अन्य नागरिक इस ऐप को बृहस्पतिवार से डाउनलोड कर पाएंगे और पूरे ब्रिटेन के लोग कुछ ही सप्ताह के भीतर इसका इस्तेमाल कर सकेंगे.
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने कहा, ' ऐप को डाउनलोड करके आप अपनी, अपने प्रियजनों और समाज की सेहत की सुरक्षा कर रहे हैं. आइल ऑफ वाइट काउंटी जो भी करता है, ब्रिटेन उसका अनुसरण करता है.'