लंदन : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान कोरोना वायरस के इलाज का कारगर टीका विकसित करने के भरोसेमंद उम्मीदवार के तौर पर भारत के प्रयासों की भूमिका की सराहना की, जो कि टीके का परीक्षण करने में जुटा है.
टीका विकसित करने के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रयासों का उल्लेख करते हुए जॉनसन ने किसी भी सफल टीके की पहुंच विश्व के सभी देशों तक होने पर भी जोर दिया.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के अपने डिजिटल संबोधन में कहा कि ऐसे 100 संभावित टीके हैं, जो सुरक्षा और प्रभावकारिता की बाधाओं को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित किया गया टीका अपने परीक्षण के तीसरे चरण में है और कंपनी एस्ट्राजेनेका पहले ही इसकी करोड़ों खुराक का उत्पादन करने में जुटी है, ऐसे में इसके सफल होने की सूरत में तेजी से टीके का वितरण किया जा सकता है.
जॉनसन ने वायरस जैसे एक आम दुश्मन से निपटने के लिए अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर जोर दिया और सभी से सीमा पार के देशों के साथ मनमुटाव को दूर करने का भी अनुरोध किया.