लंदन : ब्रिटेन की सरकार ने कहा है कि तालिबान के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान में वह समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रयास जारी रखेगी और सिलसिलेवार राजनयिक प्रयास शुरू करने की योजना बनाई गई है. इसके सैनिक अफगानिस्तान से बाहर जा चुके हैं.
विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) में राजनयिक सूत्रों के अनुसार, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब कतर, तुर्की, जी-7 के सहयोगी देशों और नाटो के साथ सोमवार को होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे.
अफगानिस्तान पर समान विचारधारा के सहयोगियों के साथ अमेरिका की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में वह ब्रिटेन की चार अंतरराष्ट्रीय प्राथमिकताओं पर जोर देंगे. अफगानिस्तान को आतंकवादियों की शरणस्थली बनने से रोकना, मानवीय दुर्दशा का समाधान, क्षेत्रीय स्थिरता को सुरक्षित रखना और तालिबान को मानवाधिकारों के लिए जवाबदेह बनाना.
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मंत्री इस बात पर जोर देंगे कि तालिबान विदेशी नागरिकों एवं अन्य देशों में जाने के अधिकृत अफगानों को 'सुरक्षित रास्ता' देने की प्रतिबद्धता पर कायम रहे.पश्चिमी देश तालिबान के साथ किस तरह से संपर्क रखें, इस पर भी राब कुछ सिद्धांतों का प्रतिपादन करेंगे.
इस बीच ब्रिटेन ने न्यूयॉर्क में कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के पांच स्थाई सदस्यों (पी-5)अमेरिका, फ्रांस, चीन, रूस और ब्रिटेन के बीच संयुक्त रूख स्थापित करने पर भी काम कर रहा है. पिछले हफ्ते पांचों देशों के स्थाई उप प्रतिनिधियों की बैठक के बाद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव पी-5 के राजदूतों की बैठक आहूत कर रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)